तुम करलो प्रभु से प्यार,
अमृत बरसेगा,
बरसेगा नित बरसेगा,
तुम करलों प्रभु से प्यार,
अमृत बरसेगा ॥
दया धर्म से प्रीति करलो,
भव सागर से पार उतर लो,
तेरा हो जाए बेडा पार,
अमृत बरसेगा,
तुम करलों प्रभु से प्यार,
अमृत बरसेगा ॥
सत्य ज्ञान ही गहना,
कड़वा बोल कभी ना कहना,
तुम करो आत्म उद्धार,
अमृत बरसेगा,
तुम करलों प्रभु से प्यार,
अमृत बरसेगा ॥
ॐ नाम का अमृत प्याला,
पी ले बनकर किस्मत वाला,
ये मिले ना बारमबार,
अमृत बरसेगा,
तुम करलों प्रभु से प्यार,
अमृत बरसेगा ॥
तुम करलो प्रभु से प्यार,
अमृत बरसेगा,
बरसेगा नित बरसेगा,
तुम करलों प्रभु से प्यार,
अमृत बरसेगा ॥
हरि हरि, हरि हरि, सुमिरन करो,
हरि चरणारविन्द उर धरो
हरि जी! मेरी लागी लगन मत तोडना,
लाला* जी! मेरी लागी लगन मत तोडना,
हरि का भजन करो,
हरि है तुम्हारा,
बूटी ले आओ हनुमान प्यारे,
मेरे लक्ष्मण के प्राण बचाना,