बनेंगे सारे बिगड़े काम,
प्रभु श्री राम को पूजो,
यही विष्णु यही घनश्याम,
प्रभु श्री राम को पूजो ॥
ना होगी धुप की चिंता,
ना कोई भी फिकर होगी,
सुहानी होगी सुबहो शाम,
प्रभु श्री राम को पूजो ॥
बनो हनुमान के जैसा,
प्रभु श्री राम में तुझको,
नज़र आएँगे चारो धाम,
प्रभु श्री राम को पूजो ॥
वो कल नल नील केवट और,
विभीषण सा तुम्हारा भी,
जगत में होगा ऊँचा नाम,
प्रभु श्री राम को पूजो ॥
अयोध्या में गया जो भी,
वही कहता है ‘सुर’ सबसे,
मिलेगा चित्त को आराम,
प्रभु श्री राम को पूजो ॥
बनेंगे सारे बिगड़े काम,
प्रभु श्री राम को पूजो,
यही विष्णु यही घनश्याम,
प्रभु श्री राम को पूजो ॥
विष्णु पुराण के अनुसार, भगवान परशुराम, भगवान विष्णु के छठे अवतार माने जाते हैं। उनका जन्म अक्षय तृतीया के दिन हुआ था, जिसे परशुराम जयंती के रूप में मनाया जाता है।
हिन्दू धर्म में भगवान परशुराम प्रमुख और चिरंजीवी यानि अमर देवताओं में से एक माने जाते हैं। उन्हें भगवान विष्णु का छठा अवतार कहा गया है, जिनका धर्म की रक्षा और अधर्म के नाश के लिए अवतार हुआ था।
भगवान परशुराम, जो भगवान विष्णु के छठे अवतार माने जाते हैं, वे न केवल धर्म के रक्षक थे बल्कि एक महान युद्ध आचार्य भी थे। उन्होंने कई महान योद्धाओं को शस्त्र और युद्ध की विद्या का ज्ञान दिया था, जिनमें से तीन शिष्य ऐसे थे जिन्होंने महाभारत के ऐतिहासिक युद्ध में कौरवों की सेना की डोर संभाली थी।
अंग्रेजी कैलेंडर के हिसाब से अप्रैल साल का चौथा महीना होता है। अप्रैल का चौथा हफ्ता विभिन्न त्योहारों और उत्सवों से भरा हुआ है। इस हफ्ते में कई महत्वपूर्ण त्योहार पड़ेंगे।