अगर प्यार तेरे से पाया ना होता,
तुझे श्याम अपना बनाया ना होता ॥
ना होती तमन्ना हि, तेरे मिलन की,
अगर मेरे मन को तु, भाया ना होता,
अगर प्यार तेरे से पाया ना होता ॥
लबो पे तेरा ये, तरना ना होता,
अगर तीर दिल से, चलाया ना होता,
अगर प्यार तेरे से पाया ना होता ॥
ना फिरती मैं तेरे, लिए मारि मारि,
अगर तुने खुद ही, रुलाया ना होता,
अगर प्यार तेरे से पाया ना होता ॥
तो मै भी निराशा में, आशा ना रखती,
किसी के लिये गर तु, आया ना होता,
अगर प्यार तेरे से पाया ना होता ॥
ये बेदर्द दुनिया, मुझे कुछ तो कहती,
अगर तुने दिल से, बुलाया ना होता,
अगर प्यार तेरे से पाया ना होता ॥
BhaktiBharat Lyrics
अगर प्यार तेरे से पाया ना होता,
तुझे श्याम अपना बनाया ना होता ॥
इस योग्य हम कहाँ हैं
इस योग्य हम कहाँ हैं,
ईश्वर को जान बन्दे,
मालिक तेरा वही है,
हम लाड़ले खाटू वाले के,
हमें बाबा लाड़ लड़ाता है,
हर माह की कृष्ण और शुक्ल पक्ष की त्रयोदशी तिथि को प्रदोष व्रत रखा जाता है। यह व्रत पूर्ण रूप से भगवान शिव और मां पार्वती को समर्पित है।