प्रभु के चरणों से गर सच्चा प्यार किसी को हो जाये,
दो चार सहर की बात ही क्या संसार उसी का हो जाये ॥
रावण ने राम से बैर किया उसे अब भी जलाया जाता है,
बन भक्त विभीषण शरण गए घर बार उसी का हो जाए,
प्रभु के चरणों से गर सच्चा प्यार किसी को हो जाये ॥
गणिका ने कौन से वेद पढे कुब्जा क्या रूप की रानी थी,
जिसमे छल कपट का लेश नहीं घनश्याम उसी का हो जाए,
प्रभु के चरणों से गर सच्चा प्यार किसी को हो जाये ॥
माया के पुजारी सुन लो तुम उस प्रेम दीवानी मीरा से,
गर प्रेम हो मीरा सा मन में मोहन तेरा भी हो जाए,
प्रभु के चरणों से गर सच्चा प्यार किसी को हो जाये ॥
मेरो बांके बिहारी अनमोल रसिया,
मेरो कुंज बिहारी अनमोल रसिया,
मेरो छोटो सो लड्डू गोपाल,
सखी री बड़ो प्यारो है।
मेरो गोपाल झूले पलना,
मदन गोपाल झूले पलना,
मेरो कान्हा गुलाब को फूल,
किशोरी मेरी कुसुम कली ॥