मेरो कान्हा गुलाब को फूल,
किशोरी मेरी कुसुम कली ॥
मेरो कान्हा गुलाब को फूल,
किशोरी मेरी कुसुम कली ॥
कान्हा मेरो नन्द जू को छौना
राधे मेरी बृषभानु लली
किशोरी मेरी कुसुम कली ।
मेरो कान्हा गुलाब को फूल,
किशोरी मेरी कुसुम कली ॥
कान्हा मांगे माखन लौना
राधे भावे मिश्री की डली
किशोरी मेरी कुसुम कली ।
मेरो कान्हा गुलाब को फूल,
किशोरी मेरी कुसुम कली ॥
कान्हा खेले नन्द जो के अंगना
राधे खेले रंगीली गली
किशोरी मेरी कुसुम कली ।
मेरो कान्हा गुलाब को फूल,
किशोरी मेरी कुसुम कली ॥
ब्रिज निधि दर्शन की प्यासी
वो तो भटके गली गली
किशोरी मेरी कुसुम कली ।
मेरो कान्हा गुलाब को फूल,
किशोरी मेरी कुसुम कली ॥
जय जय श्री शनिदेव, भक्तन हितकारी।
सूरज के पुत्र प्रभु, छाया महतारी॥
ऊँ जय यक्ष कुबेर हरे, स्वामी जय यक्ष कुबेर हरे।
शरण पड़े भगतों के, भण्डार कुबेर भरे॥
जय धन्वन्तरि देवा, जय धन्वन्तरि जी देवा।
जरा-रोग से पीड़ित, जन-जन सुख देवा॥
प्रभु श्री विश्वकर्मा घर, आवो प्रभु विश्वकर्मा।
सुदामा की विनय सुनी और कंचन महल बनाये।