भभूती रमाये बाबा भोले नाथ आए,
भोले नाथ आए बाबा डमरू बजाए,
भोले नाथ आए बाबा अलख जगाए ।
सखी एक बोली मैया बाहर पधारो ,
आयो एक बाबो दिखे बड़ो मतवारो,
भिक्षा देयीके कहदो आसन पधारो ।
॥ भभूती रमाये बाबा भोले नाथ आए..॥
भरी थार कंचन को मैया सिधारी,
नमन करीके मैया वचन उचारी,
आशीष दीजै बाबा सुखी भये मुरारी ।
॥ भभूती रमाये बाबा भोले नाथ आए..॥
बोले भोले बाबा मैया आशीष लीजै,
किन्तु एक हेतु मैया सिद्ध करीजै,
लायी के लाल मैया हाथ धरीजै ।
॥ भभूती रमाये बाबा भोले नाथ आए...॥
भभूती रमाये बाबा भोले नाथ आए,
भोले नाथ आए बाबा डमरू बजाए,
भोले नाथ आए बाबा अलख जगाए ।
प्रार्थना है यही मेरी हनुमान जी,
मेरे सर पर भी अब हाथ धर दीजिए,
जो रिद्धि सिद्धि दाता है,
प्रथम गणराज को सुमिरूँ,
प्रथमेश गजानन नाम तेरो,
हृदय में पधारो मेहर करो,
प्रीत मे पूजे नाम तुम्हारा,
गणपति जगत खिवैया,