अब दया करो हे भोलेनाथ,
मस्त रहूं तेरी मस्ती में,
मेरे सर पर रख दो अपना हाथ,
मस्त रहूं तेरी मस्ती में,
अब दया करो हें भोलेनाथ,
मस्त रहूं तेरी मस्ती में ॥
तेरे चरणों में हो मेरा माथ,
मस्त रहूं तेरी मस्ती में,
अब दया करो हें भोलेनाथ,
मस्त रहूं तेरी मस्ती में ॥
तेरे द्वार खड़े है रख ले लाज,
मस्त रहूं तेरी मस्ती में,
अब दया करो हें भोलेनाथ,
मस्त रहूं तेरी मस्ती में ॥
मैं तो झूम झूम के नाचूं आज,
मस्त रहूं तेरी मस्ती में,
अब दया करो हें भोलेनाथ,
मस्त रहूं तेरी मस्ती में ॥
जपू हर हर भोले दिन और रात,
मस्त रहूं तेरी मस्ती में,
अब दया करो हें भोलेनाथ,
मस्त रहूं तेरी मस्ती में ॥
मेरे मन में बसे हो भोलेनाथ,
मस्त रहूं तेरी मस्ती में,
अब दया करो हें भोलेनाथ,
मस्त रहूं तेरी मस्ती में ॥
अब दया करो हे भोलेनाथ,
मस्त रहूं तेरी मस्ती में,
मेरे सर पर रख दो अपना हाथ,
मस्त रहूं तेरी मस्ती में,
अब दया करो हें भोलेनाथ,
मस्त रहूं तेरी मस्ती में ॥
हिंदू पंचांग का चौथा महीना ‘आषाढ़’ धार्मिक दृष्टि से अत्यंत पवित्र और विशेष फलदायक माना गया है। यह महीना भगवान विष्णु को समर्पित होता है और इसमें देवशयनी एकादशी, गुप्त नवरात्रि, रथयात्रा जैसे कई महत्वपूर्ण पर्व आते हैं।
आषाढ़ हिंदू पंचांग का चौथा महीना है, जो जून या जुलाई में आता है। वर्ष 2025 में यह महीना 12 जून से लेकर 10 जुलाई तक चलेगा।
आज का दिन आपके लिए कैसा रहेगा, यह सिर्फ ग्रह-नक्षत्र ही नहीं बल्कि अंकों की दुनिया यानी अंक ज्योतिष (Numerology) भी बता सकती है। यदि आप अपना मूलांक (जन्म तारीख का जोड़) जानते हैं, तो उससे जुड़ी कुछ जरूरी बातें जानना आज आपके लिए लाभकारी हो सकता है।
अंक ज्योतिष एक ऐसी विद्या है, जिसमें जन्म तिथि के आधार पर व्यक्ति के जीवन में आने वाले उतार-चढ़ाव, सफलता और व्यक्तित्व के बारे में बताया जा सकता है।