प्रथमेश गजानन नाम तेरो,
हृदय में पधारो मेहर करो,
हृदय में पधारो मेहर करो,
अमृत रस म्हा पर बरसाओ,
आ जाओ अब ना देर करो,
प्रथमेश गजानंद नाम तेरो,
प्रथमेश गजानंद नाम तेरो ॥
म्हारे आंगण पाँव धरो देवा,
पावन कर दो म्हारी कर्म धरा,
हे सिद्धिविनायक गणनायक,
हे सिद्धिविनायक गणनायक,
इतनी सी अरज स्वीकार करो,
प्रथमेश गजानंद नाम तेरो,
प्रथमेश गजानंद नाम तेरो ॥
हे एकदन्त शंकर सुवन,
सगळा का काज सरया थासु,
म्हणे अपनी शरण में रख लीजो,
म्हणे अपनी शरण में रख लीजो,
म्हारो भी थे उद्धार करो,
प्रथमेश गजानंद नाम तेरो,
प्रथमेश गजानंद नाम तेरो ॥
भक्ता का पालनहार गजानंद,
शिव अमृत अभिनन्दन है,
हे सुखकर्ता हे विघ्नहर्ता,
हे सुखकर्ता हे विघ्नहर्ता,
हर सुख का नमन स्वीकार करो,
प्रथमेश गजानंद नाम तेरो,
प्रथमेश गजानंद नाम तेरो ॥
प्रथमेश गजानन नाम तेरो,
हृदय में पधारो मेहर करो,
हृदय में पधारो मेहर करो,
अमृत रस म्हा पर बरसाओ,
आ जाओ अब ना देर करो,
प्रथमेश गजानंद नाम तेरो,
प्रथमेश गजानंद नाम तेरो ॥
हिन्दू पंचांग के अनुसार, गंगा दशहरा ज्येष्ठ शुक्ल पक्ष की दशमी तिथि को मनाया जाता है। यह दिन मां गंगा के पृथ्वी पर अवतरण का प्रतीक है और इसे गंगा स्नान, पूजन और मंत्र जाप के लिए अत्यंत शुभ माना जाता है।
आज 8 जून 2025 को ज्येष्ठ माह का 27वां दिन है। साथ ही आज पंचांग के अनुसार, ज्येष्ठ माह के शुक्ल पक्ष तिथि द्वादशी है। आज रविवार का दिन है।
आज 9 जून 2025 को ज्येष्ठ माह का 28वां दिन है। साथ ही आज पंचांग के अनुसार, ज्येष्ठ माह के शुक्ल पक्ष तिथि त्रयोदशी है। आज सोमवार का दिन है।
आज 10 जून 2025 को ज्येष्ठ माह का 29वां दिन है। साथ ही आज पंचांग के अनुसार, ज्येष्ठ माह के शुक्ल पक्ष तिथि चतुर्दशी है। आज मंगलवार का दिन है।