हिन्दू पंचांग के अनुसार, गंगा दशहरा ज्येष्ठ शुक्ल पक्ष की दशमी तिथि को मनाया जाता है। यह दिन मां गंगा के पृथ्वी पर अवतरण का प्रतीक है और इसे गंगा स्नान, पूजन और मंत्र जाप के लिए अत्यंत शुभ माना जाता है। धार्मिक मान्यता है कि इस दिन मां गंगा का पूजन और उनके विशेष मंत्रों का जाप करने से जीवन में सुख-शांति और समृद्धि प्राप्त होती है। साथ ही व्यक्ति के सभी पाप नष्ट होते हैं।
स्कंद पुराण, पद्म पुराण और वराह पुराण जैसे प्राचीन ग्रंथों में भी मां गंगा की महिमा का उल्लेख मिलता है। ऐसा कहा गया है कि मां गंगा दिव्य ऊर्जा का स्रोत हैं। गंगा दशहरा के दिन मंत्रों का जाप करने से मानसिक, आध्यात्मिक और सांसारिक सभी प्रकार के दोष दूर होते हैं।
हिंदू धर्म में रविवार का दिन भगवान सूर्यदेव को प्रिय है। ज्योतिष शास्त्र में सूर्य देव को सभी ग्रहों का राजा कहा जाता है। सूर्यदेव की पूजा जातक के लिए बेहद फलदायी साबित होती है।
वैकासी विसाकम, जिसे विशाखा नक्षत्र के नाम से भी जाना जाता है, 2025 में 9 जून, सोमवार को मनाया जाएगा। यह तिथि तमिल पंचांग के अनुसार वैकासी मास के दौरान आती है जब चंद्रमा विशाखा नक्षत्र में स्थित होता है।
वट सावित्री व्रत हिंदू धर्म में विवाहित स्त्रियों के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण व्रत माना जाता है। यह व्रत स्त्रियां अपने पति की दीर्घायु, स्वास्थ्य और सुखमय वैवाहिक जीवन की कामना से करती हैं।
वट सावित्री व्रत विवाहित स्त्रियों द्वारा अपने पति की लंबी उम्र, अच्छे स्वास्थ्य और सुखमय वैवाहिक जीवन की कामना से रखा जाने वाला एक विशेष पर्व है।