हीने कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को मनाई जाने वाली मासिक कृष्ण जन्माष्टमी भगवान श्रीकृष्ण के भक्तों के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण होती है। यह पर्व मुख्य जन्माष्टमी की तरह ही पुण्यफल देने वाला माना जाता है। 2025 में आषाढ़ मास की मासिक कृष्ण जन्माष्टमी 18 जून, बुधवार को मनाई जाएगी। इस दिन भक्त उपवास, पूजन और मंत्र जाप के माध्यम से श्रीकृष्ण को प्रसन्न करने का प्रयास करते हैं।
इस दिन श्रीकृष्ण के 108 पवित्र नामों का जाप अत्यंत लाभकारी माना गया है। इन नामों में ‘गोविंद’, ‘मधुसूदन’, ‘वासुदेव’, ‘कान्हा’, ‘रमण’, ‘मुरारी’, ‘घनश्याम’, ‘राधाकांत’ जैसे नाम सम्मिलित होते हैं।
जप करने से मन की शुद्धि होती है और मनचाहा वरदान प्राप्त होता है। यह जाप तुलसी के समीप दीप जलाकर करना शुभ माना गया है।
भगवान श्रीकृष्ण को तुलसी दल अति प्रिय है। इस दिन उन्हें खीर, माखन-मिश्री और तुलसी दल का भोग अर्पित करें। ऐसा करने से वे शीघ्र प्रसन्न होते हैं।
साथ ही, जिन दंपतियों को संतान की प्राप्ति की इच्छा हो, वे इस दिन ‘संतान गोपाल स्तोत्र’ का श्रद्धा से पाठ करें। यह स्तोत्र भगवान श्रीकृष्ण के बाल स्वरूप को समर्पित है और संतान प्राप्ति के लिए अत्यंत प्रभावशाली माना गया है।
शास्त्रों के अनुसार, मासिक जन्माष्टमी व्रत से जन्म-जन्मांतर के पाप समाप्त होते हैं और श्रीकृष्ण की कृपा से जीवन में सुख-शांति और समृद्धि आती है। इस दिन विशेष रूप से कुछ प्रमुख मंत्र करना फलदायी माना गया है
श्री राम तेरी महिमा से,
काम हो गया है,
श्री महाकाल ऐसा वरदान दो,
गुणगान तुम्हारा सुनाता रहूं,
श्रीमन नारायण नारायण हरी हरी
श्रीमन नारायण नारायण हरी हरी
श्री राधे गोविंदा, मन भज ले हरी का प्यारा नाम है ।
गोपाला हरी का प्यारा नाम है, नंदलाला हरी का प्यारा नाम है ॥