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श्री राधे गोविंदा, मन भज ले हरी का प्यारा नाम है (Shri Radhe Govinda Man Bhaj Le Hari Ka Pyara Naam Hai)

श्री राधे गोविंदा, मन भज ले हरी का प्यारा नाम है (Shri Radhe Govinda Man Bhaj Le Hari Ka Pyara Naam Hai)

श्री राधे गोविंदा, मन भज ले हरी का प्यारा नाम है ।

गोपाला हरी का प्यारा नाम है, नंदलाला हरी का प्यारा नाम है ॥


मोर मुकुट सर गल बन माला, केसर तिलक लगाए,

वृन्दावन में कुञ्ज गलिन में सब को नाच नचाए ।

श्री राधे गोविंदा, मन भज ले हरी का प्यारा नाम है ॥


गिरिधर नागर कहती मीरा, सूर को शयामल भाया,

तुकाराम और नामदेव ने विठ्ठल विठ्ठल गाया ।

श्री राधे गोविंदा, मन भज ले हरी का प्यारा नाम है ॥


नरसी ने खडताल बजा के सांवरिया को रिझाया,

शबरी ने अपने हाथों से प्रभु को बेर खिलाया ।

श्री राधे गोविंदा, मन भज ले हरी का प्यारा नाम है ॥


राधा शक्ति बिना ना कोई श्यामल दर्शन पाए,

आराधन कर राधे राधे काहना भागे आए ।

श्री राधे गोविंदा, मन भज ले हरी का प्यारा नाम है ॥


सिमरन का रस जिसको आया, वो ही जाने मन में,

निराकार साकार होतरे भगतों के आँगन में ।

श्री राधे गोविंदा, मन भज ले हरी का प्यारा नाम है ॥


श्याम सलोना कुंजबिहारी नटवर लीलाधारी,

अन्तर्वासी हरिअविनाशी लागे शरण तिहारी ।

श्री राधे गोविंदा, मन भज ले हरी का प्यारा नाम है ॥


श्री राधे गोविंदा, मन भज ले हरी का प्यारा नाम है ।

गोपाला हरी का प्यारा नाम है, नंदलाला हरी का प्यारा नाम है ॥

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श्रावण मास की कामिका एकादशी (Shraavan Maas Kee Kaamika Ekaadashee)

युधिष्ठिर ने कहा-हे भगवन्! श्रावण मास के कृष्णपक्ष की एकदशी का क्या नाम और क्या माहात्म्य है सो मुझसे कहने की कृपा करें।

श्रावण शुक्ल की पुत्रदा एकादशी (Shraavan Shukl Kee Putrada Ekaadashee)

युधिष्ठिर ने कहा-हे केशव ! श्रावण मास के शुक्लपक्ष की एकादशी का क्या नाम और क्या माहात्म्य है कृपया आर कहिये श्री कृष्णचन्द्र जी ने कहा-हे राजन् ! ध्यान पूर्वक इसकी भी कथा सुनो।

भाद्रपद कृष्ण की अजा एकादशी (Bhaadrapad Krishn Ki Aja Ekaadashi)

युधिष्ठिर ने कहा-हे जनार्दन ! आगे अब आप मुझसे भाद्र मास के कृष्ण पक्ष की एकादशी का नाम और माहात्म्य का वर्णन करिये।

भाद्रपद शुक्ल की वामन एकादशी (Bhadrapad Shukal Ke Vaman Ekadashi )

इतनी कथा सुनकर पाण्डुनन्दन ने कहा- भगवन्! अब आप कृपा कर मुझे भाद्र शुक्ल एकादशी के माहात्म्य की कथा सुनाइये और यह भी बतलाइये कि इस एकादशी का देवता कौन है और इसकी पूजा की क्या विधि है?

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