मुझे कैसी फिकर सांवरे,
साथ तेरा है गर सांवरे,
मेरे होंठो पे रहती हंसी,
कोई गम ना बस है ख़ुशी,
मुझे कैसी फ़िक्र सांवरे,
साथ तेरा है गर सांवरे ॥
कितनी मुश्किल जो आए,
मैं तो खिलखिलाता रहूं,
तेरी किरपा से विपदाओं को,
दूर भगाता रहूं,
मुझे दुनिया की परवाह नहीं,
सिवा तेरे कोई चाह नहीं,
मुझे कैसी फ़िक्र सांवरे,
साथ तेरा है गर सांवरे ॥
मेरे संग में जो तू है,
मैं तेरे गीत गाता रहूं,
तेरी चौखट पे हरदम यूँ ही,
श्याम आता रहूं,
तूने थामा है दामन मेरा,
किया अहसान बाबा बड़ा,
मुझे कैसी फ़िक्र सांवरे,
साथ तेरा है गर सांवरे ॥
तेरी महिमा को कान्हा,
यूँ ही गुनगुनाता रहूं,
अपने हाथों से सांवरिये को,
रोज सजाता रहूं,
कभी ना बिछड़ूँ दर से तेरे,
‘हर्ष’ अरमान इतने मेरे,
मुझे कैसी फ़िक्र सांवरे,
साथ तेरा है गर सांवरे ॥
मुझे कैसी फिकर सांवरे,
साथ तेरा है गर सांवरे,
मेरे होंठो पे रहती हंसी,
कोई गम ना बस है ख़ुशी,
मुझे कैसी फ़िक्र सांवरे,
साथ तेरा है गर सांवरे ॥
तेरी मुरली की धुन,
हमने जबसे सुनी,
सुरमय वीणा धारिणी,
सरस्वती कला निधान,
सारे जग में विराजे रे,
मेरे शिव भोले,
सारे जहाँ के मालिक, तेरा ही आसरा है,
राजी हैं हम उसी में, जिस में तेरी रजा है,