मेरा शिव भोला भंडारी,
जटाधारी अमली,
जटाधारी अमली,
जटाधारी अमली,
मेरा शिव भोंला भंडारी,
जटाधारी अमली ॥
कहाँ रहे तेरा बैल नंदीया,
कहाँ रहे गणेश,
कहाँ रहे मेरा भोला शंकर,
लम्बे लम्बे केश,
उसदा जोगीयां वाला भेष,
मेरा शिव भोंला भंडारी,
जटाधारी अमली ॥
वन में रहे मेरा बैल नंदीया,
मंदिर रहे गणेश,
ऊपर कैलाशा भोले शंकर,
लम्बे लम्बे केश,
उसदा जोगीयां वाला भेष,
मेरा शिव भोंला भंडारी,
जटाधारी अमली ॥
क्या खाए मेरा बैल नंदीया,
खाए गणेश,
क्या खाए मेरा भोला शंकर,
लम्बे लम्बे केश,
उसदा जोगीयां वाला भेष,
मेरा शिव भोंला भंडारी,
जटाधारी अमली ॥
घास खाए मेरा बैल नंदीया,
लड्डू खाए गणेश,
भंग पीये मेरा भोला शंकर,
लम्बे लम्बे केश,
उसदा जोगीयां वाला भेष,
मेरा शिव भोंला भंडारी,
जटाधारी अमली ॥
मेरा शिव भोला भंडारी,
जटाधारी अमली,
जटाधारी अमली,
जटाधारी अमली,
मेरा शिव भोंला भंडारी,
जटाधारी अमली ॥
सनातन धर्म में देवी आराधना का बड़ा महत्व है। देवी आराधना के लिए हमारे धर्म में कई विधान है। लेकिन इन सभी में नवरात्रि को सबसे अधिक प्रधानता दी गई है।
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