तेरी दया तेरा साया,
सदा रहता मुझ पर,
बनाएगा मेरी बिगड़ी,
मेरा भोला शंकर,
मेरा भोला शंकर ॥
है जबसे पाया मैंने,
मेरे भोले बाबा को,
ना चाहा कुछ भी,
सभी सौप दिया बाबा को,
मेरा भोला है शम्भु,
दीन है दयालु है,
है दीनानाथ शम्भु,
बहुत ही कृपालु है,
वो तो भर देता है,
सबकी ही झोली पल भर में,
ना जाने देता कभी,
ख़ाली हाथ दर पर से,
है मिल गया मुझे,
सब कुछ तेरे दर पे आकर,
बनायेगा मेरी बिगड़ी,
मेरा भोला शंकर,
मेरा भोला शंकर ॥
शरण में आपकी,
बाबा ये मेरा जीवन है,
है कृपा आपकी,
जिससे ये मेरा जीवन है,
करु सदा तेरी भक्ति,
यही अरदास मेरी,
नहीं किसी और से,
बस तुझसे ही है आस मेरी,
है भोलेनाथ शम्भु,
दीन पर नज़र कर दो,
है कठिन राह प्रभु,
मुझपे भी मेहर कर दो,
सफल हुआ है ये जीवन,
तेरी शरण आकर,
बनायेगा मेरी बिगड़ी,
मेरा भोला शंकर,
मेरा भोला शंकर ॥
तेरी दया तेरा साया,
सदा रहता मुझ पर,
बनाएगा मेरी बिगड़ी,
मेरा भोला शंकर,
मेरा भोला शंकर ॥
हिंदू धर्म में वनदेवी को जंगलों, वनस्पतियों, और वन्य जीवों की अधिष्ठात्री माना जाता है। वे प्रकृति के संरक्षण और संवर्धन का प्रतीक हैं। इतना ही नहीं, कई आदिवासी समुदायों में वनदेवी को आराध्य देवी के रूप में पूजा जाता है।
हिंदू धर्म में सभी देवी-देवताओं के एक विशेष स्थान और महत्व है। सभी देवी-देवताओं की पूजा भी विशेष रूप से करने का विधान हैं। वहीं देवी-देवताओं के साथ-साथ पंचतत्व की पूजा-अर्चना भी विशेष रूप की जाती है।
प्रार्थना है यही मेरी हनुमान जी,
मेरे सर पर भी अब हाथ धर दीजिए,
जो रिद्धि सिद्धि दाता है,
प्रथम गणराज को सुमिरूँ,