भक्तो का कल्याण करे रे,
मेरा शंकर भोला,
हर मुश्किल आसान करे रे,
मेरा शंकर भोला,
ओ मेरा शंकर भोला,
ओ मेरा शम्भू भोला ॥
विष का प्याला पिने वाले,
नीलकंठ कहलाने वाले,
सबको अमृत दान करे रे,
मेरा शंकर भोला,
हर मुश्किल आसान करे रे,
मेरा शंकर भोला,
ओ मेरा शंकर भोला,
ओ मेरा शम्भू भोला ॥
तीसरा नेत्र जब भी खोले,
जल थल धरती अम्बर डोले,
दूर सबका अभिमान करे रे,
मेरा शंकर भोला,
हर मुश्किल आसान करे रे,
मेरा शंकर भोला,
ओ मेरा शंकर भोला,
ओ मेरा शम्भू भोला ॥
जटाजूट तन भस्म रमाए,
त्रिलोकी के नाथ कहाए,
नवयुग का निर्माण करे रे,
मेरा शंकर भोला,
हर मुश्किल आसान करे रे,
मेरा शंकर भोला,
ओ मेरा शंकर भोला,
ओ मेरा शम्भू भोला ॥
भटके को शिव राह दिखाए,
हर संकट को दूर भगाए,
‘सितारा’ सुख परवान करे रे,
मेरा शंकर भोला,
हर मुश्किल आसान करे रे,
मेरा शंकर भोला,
ओ मेरा शंकर भोला,
ओ मेरा शम्भू भोला ॥
भक्तो का कल्याण करे रे,
मेरा शंकर भोला,
हर मुश्किल आसान करे रे,
मेरा शंकर भोला,
ओ मेरा शंकर भोला,
ओ मेरा शम्भू भोला ॥
आज अष्टमी की पूजा करवाउंगी,
ज्योत मैया जी की पावन जगाउंगी।
आज अयोध्या की गलियों में,
घुमे जोगी मतवाला,
आज बिरज में होरी रे रसिया
आज बिरज में होरी रे रसिया ।
आज है आनंद बाबा नन्द के भवन में,
ऐसा ना आनंद छाया कभी त्रिभुवन में,