अरे रे मेरा बजरंग बाला,
सभी का है रखवाला,
दुनिया ने मानी यही बात है,
कोई कहे बालाजी का,
नाम है महान,
कोई कहे बालाजी,
है वीर बलवान,
कोई कहे रखते है,
सबका ही ध्यान,
कोई कहे पूजता है,
सारा ही जहान,
अरे रे मेरा बजरँग बाला,
सभी का है रखवाला,
दुनिया ने मानी यही बात है ॥
अंजनी के लाला की है,
शक्ति विशाल,
पवन दुलारे की है,
भक्ति महान,
चरणों में अर्जी,
जिसने दी डाल,
उसको ही करते है,
बालाजी निहाल,
अरे रे मेरा बजरँग बाला,
सभी का है रखवाला,
दुनिया ने मानी यही बात है ॥
राम राम रटते है,
ये तो सुबहो शाम,
राम को ही भजते है,
ये तो आठों याम,
इनके ह्रदय में,
बैठे सियाराम,
राम की सेवा पूजा,
राम का ही काम,
अरे रे मेरा बजरँग बाला,
सभी का है रखवाला,
दुनिया ने मानी यही बात है ॥
बालाजी के तन पे है,
चोला लाल लाल,
तन पे सिंदूर लगा,
रंग लाल लाल,
हाथ माहि मोटा मोटा,
घोटा है विशाल,
‘रवि’ कहे इनसे तो,
डरता है काल,
अरे रे मेरा बजरँग बाला,
सभी का है रखवाला,
दुनिया ने मानी यही बात है ॥
अरे रे मेरा बजरंग बाला,
सभी का है रखवाला,
दुनिया ने मानी यही बात है,
कोई कहे बालाजी का,
नाम है महान,
कोई कहे बालाजी,
है वीर बलवान,
कोई कहे रखते है,
सबका ही ध्यान,
कोई कहे पूजता है,
सारा ही जहान,
अरे रे मेरा बजरँग बाला,
सभी का है रखवाला,
दुनिया ने मानी यही बात है ॥
ओढ़ो ओढ़ो म्हारी माता रानी आज
भगत थारी चुनड़ ल्याया ए
ओढ़ो जी ओढ़ो दादी,
म्हारी भी चुनरिया,
औघड़ बम बम बम,
औघड बम बम बम,
हिंदू धर्म में दत्तात्रेय जयंती का बेहद खास महत्व है। यह दिन भगवान दत्तात्रेय के जन्मदिवस के रूप में मनाया जाता है, जिन्हें त्रिदेवों यानि ब्रह्मा, विष्णु और शिव जी तीनों का अंश माना जाता है। प्रत्येक वर्ष मार्गशीर्ष मास की शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि के दिन भगवान दत्तात्रेय की जयंती मनाई जाती है।