ओढ़ो जी ओढ़ो दादी,
म्हारी भी चुनरिया,
शान से ल्याया थारा,
टाबरिया थारा बालकिया,
ओढो म्हारी भी चुनरिया,
ओढो जी ओढो दादी,
म्हारी भी चुनरिया ॥
राचणी मेहंदी थारे,
हाथां में लगावा,
गजरो बनावा थारे,
जुड़े में सजावा,
फूल मंगाया बढ़िया बढ़िया,
ओढो म्हारी भी चुनरिया,
ओढो जी ओढो दादी,
म्हारी भी चुनरिया ॥
दादी जी आओ थारे,
भोग लगावा,
हलवा पूड़ी मेवा का,
थाल सजावा,
खीर बनवाई दादी केसरिया,
ओढो म्हारी भी चुनरिया,
ओढो जी ओढो दादी,
म्हारी भी चुनरिया ॥
चुनड़ी ओढ़ाया म्हारो,
मान बढ़ेगो,
और भी थारो,
सिणगार खिलेगो,
‘सोनू’ सरावेगी या सारी दुनिया,
ओढो म्हारी भी चुनरिया,
ओढो जी ओढो दादी,
म्हारी भी चुनरिया ॥
ओढ़ो जी ओढ़ो दादी,
म्हारी भी चुनरिया,
शान से ल्याया थारा,
टाबरिया थारा बालकिया,
ओढो म्हारी भी चुनरिया,
ओढो जी ओढो दादी,
म्हारी भी चुनरिया ॥
तुला राशि के लिए 2025 का साल प्रेम और दांपत्य जीवन में मिश्रित परिणाम लेकर आएगा। साल की शुरुआत में पंचम भाव में शनि का प्रभाव प्रेम संबंधों में ठहराव और खींचातानी का कारण बन सकता है। मार्च के बाद स्थितियां सुधरेंगी और रिश्तों में नई ऊर्जा आएगी। मई में राहु पंचम भाव में प्रवेश करेगा।
2025 में कन्या राशि के जातकों के लिए प्रेम जीवन में चुनौतीपूर्ण और खुशनुमा दोनों ही पल आएंगे। रिश्तों में मिठास बनाए रखने के लिए आपको धैर्य, समझदारी और अपने पार्टनर की भावनाओं का सम्मान करना होगा।
2025 वृश्चिक राशि के जातकों के लिए प्रेम और वैवाहिक जीवन में नई खुशियां लेकर आएगा। साल की शुरुआत में बृहस्पति के सकारात्मक प्रभाव से आप रिश्तों में आराम और सुकून महसूस करेंगे। प्रेमी जोड़ों के लिए यह साल यादगार रहेगा। मई के बाद राहु-केतु का प्रभाव खत्म होने से गलतफहमियां दूर होंगी।
साल 2025, धनु राशि के जातकों के लिए प्रेम संबंधों में कई उतार-चढ़ाव लेकर आएगा। साल की शुरुआत थोड़ी चुनौतीपूर्ण हो सकती है। इसलिए, रिश्तों में समझदारी और धैर्य की जरूरत होगी।