औघड़ बम बम बम,
औघड बम बम बम,
भांग धतूरा पिए हलाहल,
भांग धतूरा पिए हलाहल,
और लगाए दम,
औघड बम बम बम,
औघड बम बम बम ॥
तीन लोक के नाथ कहाओ,
शिव भोले वरदानी तुम,
लाखो पापी तुमने तारे,
दाता बड़े हो दानी तुम,
दास समझकर हमें तार दो,
दास समझकर हमें तार दो,
भोले कम से कम,
औघड बम बम बम,
औघड बम बम बम ॥
भक्तों के रखवाले तुम हो,
तुमको सदा ही पूजा है,
पालनहारा सिवा तुम्हारे,
और ना जग में दूजा है,
नाम तुम्हारा हम रटते हैं,
नाम तुम्हारा हम रटते हैं,
शिव भोले हर दम,
औघड बम बम बम,
औघड बम बम बम ॥
हम मूरख अज्ञान अधम है,
सत्य मार्ग दिखला दो ना,
दास के हृदय में भोले,
ज्ञान की ज्योति जला दो ना,
आस लगाकर हे शिव शंकर,
आस लगाकर हे शिव शंकर,
शरण में आए हम,
औघड बम बम बम,
औघड बम बम बम ॥
औघड़ बम बम बम,
औघड बम बम बम,
भांग धतूरा पिए हलाहल,
भांग धतूरा पिए हलाहल,
और लगाए दम,
औघड बम बम बम,
औघड बम बम बम ॥
जनवरी महीने का दूसरा प्रदोष व्रत सोमवार, 27 जनवरी को मनाया जाएगा। माघ मास में आने वाला यह पावन पर्व भगवान शिव के भक्तों के लिए विशेष महत्व रखता है। इस बार का प्रदोष व्रत अनेक शुभ योगों से युक्त होने के कारण भक्तों के जीवन में खुशहाली और समृद्धि लाने वाला सिद्ध होगा।
इस बार माघ महीने का पहला प्रदोष व्रत, 27 जनवरी, सोमवार के दिन पड़ रहा है। चूंकि यह सोमवार के दिन है, इसलिए इसे सोम प्रदोष व्रत के नाम से भी जाना जाता है।
माघ का महीना हिंदू धर्म में बेहद पवित्र माना जाता है, और इस महीने में आने वाला प्रदोष व्रत और भी अधिक महत्वपूर्ण हो जाता है। प्रदोष व्रत हर महीने के कृष्ण पक्ष और शुक्ल पक्ष की त्रयोदशी तिथि को मनाया जाता है।
मौनी अमावस्या हिंदू धर्म में एक महत्वपूर्ण पर्व है जो माघ माह की अमावस्या को मनाया जाता है। इस दिन पिंडदान, तर्पण, अन्न और धन का दान, पवित्र नदी में स्नान और मौन व्रत किया जाता है।