शिव भोले भंडारी,
बम भोले औघड़दानी,
भंडारी भोले भंडारी,
शिव भोला भंडारी,
बम भोले औघड़दानी ॥
तीनो लोक में नाम तेरो है,
नाम तेरो है भोला नाम तेरो है,
दर पे आते है नर नारी,
शिव भोला भंडारी,
शिव भोला भंडारी,
बम भोले औघड़दानी ॥
हे भूतेशर हे ममलेश्वर,
हे भूतेशर हे ममलेश्वर,
डमरू बजाए त्रिपुरारी,
शिव भोला भंडारी,
शिव भोला भंडारी,
बम भोले औघड़दानी ॥
ब्रम्हादिक मुनि तेरो यश गावे,
ब्रम्हादिक मुनि तेरो यश गावे,
पूजे दुनिया सारी,
शिव भोला भंडारी,
शिव भोला भंडारी,
बम भोले औघड़दानी ॥
शिव भोले भंडारी,
बम भोले औघड़दानी,
भंडारी भोले भंडारी,
शिव भोला भंडारी,
बम भोले औघड़दानी ॥
गुप्त नवरात्रि में महाविद्या बगलामुखी की पूजन विशेष तंत्र साधना का समय होता है।
महाविद्या त्रिपुर भैरवी को काली का स्वरुप माना गया है। त्रिपुर भैरवी के अनेकों नाम हैं और देवी की अनेक सहायिकाओं को भैरवी रुप में भी जाना जाता है।
षोडशी माहेश्वरी शक्ति की विग्रह वाली शक्ति है। इनकी चार भुजा और तीन नेत्र हैं।
हिंदू धर्म में नवरात्रि का बहुत ही खास महत्व है। नवरात्रि के नौ दिनों में माता रानी की पूजा-अर्चना करने से भक्तों को अपार सुख-शांति और समृद्धि की प्राप्ति होती है।