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है मतवाला मेरा रखवाला (Hai Matwala Mera Rakhwala)

है मतवाला मेरा रखवाला (Hai Matwala Mera Rakhwala)

है मतवाला मेरा रखवाला,

लाल लंगोटे वाला,

ये सालासर वाला,

ये मेहंदीपुर वाला,

रोम रोम राम बसाए,

जपत राम की माला,

ओ बाबा मेरा ये सालासर वाला,

ओ बाबा मेरा ये मेहंदीपुर वाला ॥


राम काज करने अवतारे,

राम प्रभु के काज सवारे,

अंजनी पुत्र राम के प्यारे,

सीताराम ह्रदय में धारे,

वीर है बंका तोड़ी गढ़ लंका,

वीर है बंका तोड़ी गढ़ लंका,

लंक जला झट डाला,

ओ बाबा मेरा ये सालासर वाला,

ओ बाबा मेरा ये मेहंदीपुर वाला ॥


हैं मतवाला मेरा रखवाला,

लाल लंगोटे वाला,

ओ बाबा मेरा ये सालासर वाला,

ओ बाबा मेरा ये मेहंदीपुर वाला ॥


बाण लगा जब लक्ष्मण जी को,

पर्वत धोला लाए उठा के,

राम प्रभु को धीर बँधाए,

लक्ष्मण जी के प्राण बचाए,

पवन वेग से उड़ने वाला,

पवन वेग से उड़ने वाला,

अद्भुत रूप निराला,

ओ बाबा मेरा ये सालासर वाला,

ओ बाबा मेरा ये मेहंदीपुर वाला ॥


हैं मतवाला मेरा रखवाला,

लाल लंगोटे वाला,

ओ बाबा मेरा ये सालासर वाला,

ओ बाबा मेरा ये मेहंदीपुर वाला ॥


भक्त पुकारे जब कोई सच्चा,

महाबली जी करते रक्षा,

बहुत पिशाच निकट नहीं आवे,

महावीर जो नाम सुनावे,

प्रकट कृपाला दीनदयाला,

प्रकट कृपाला दीनदयाला,

जग में करे उजाला,

ओ बाबा मेरा ये सालासर वाला,

ओ बाबा मेरा ये मेहंदीपुर वाला ॥


हैं मतवाला मेरा रखवाला,

लाल लंगोटे वाला,

ओ बाबा मेरा ये सालासर वाला,

ओ बाबा मेरा ये मेहंदीपुर वाला ॥


है मतवाला मेरा रखवाला,

लाल लंगोटे वाला,

ये सालासर वाला,

ये मेहंदीपुर वाला,

रोम रोम राम बसाए,

जपत राम की माला,

ओ बाबा मेरा ये सालासर वाला,

ओ बाबा मेरा ये मेहंदीपुर वाला ॥

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पुष्कर स्नान क्या है

सनातन में पुष्कर स्नान का अत्यधिक धार्मिक महत्व है। पुष्कर सरोवर को प्रमुख धार्मिक स्थानों में से एक माना जाता है

मणिकर्णिका घाट स्नान

वैकुंठ चतुर्दशी के दिन मणिकर्णिका घाट पर स्नान करने से मनुष्य को मोक्ष की प्राप्ति होती है। साथ ही भगवान शिव व विष्णु की कृपा भी प्राप्त होती है। 14 नवंबर को मणिकर्णिका स्नान का विधान है।

कार्तिक पूर्णिमा पर गंगा स्नान कब करें

धार्मिक मान्यता के अनुसार कार्तिक पूर्णिमा पर गंगा स्नान करना अत्यंत शुभ माना जाता है। इस दिन गंगा स्नान करने और उचित दान-पुण्य करने से व्यक्ति को पापों से मुक्ति मिलती है और मोक्ष का मार्ग भी प्रशस्त होता है।

सत्यनारायण व्रत विधि

भगवान सत्यनारायण, भगवान विष्णु का ही स्वरूप हैं। सत्यनारायण की पूजा का असल अर्थ है 'सत्य की नारायण के रूप' में पूजा। भगवान सत्यनारायण व्रत हिंदू धार्मिक मान्यता में एक महत्वपूर्ण स्थान रखता है।

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