बजरंगी तेरा सोटा कमाल,
मचाई जग में बाबा धमाल,
राम गुण गाएंगे कष्ट मिट जाएंगे ॥
राम नाम की महिमा भारी,
भजते सदा शंकर त्रिपुरारी,
अलख जगायेंगे कष्ट मिट जाएंगे ॥
बजरंगी राम राम गाए,
दुष्टों को पल में भगाएं,
विपदा भगायेंगे कष्ट मिट जाएंगे ॥
अहंकार मोह माया छोड़ दे,
राम चरणों से नाता जोड़ ले,
श्री राम मिलायेगे कष्ट मिट जाएंगे ॥
बजरंगी तेरा सोटा कमाल,
मचाई जग में बाबा धमाल,
राम गुण गाएंगे कष्ट मिट जाएंगे ॥
माघ माह की शुरुआत मकर संक्रांति के दिन से होती है। इस महीने पड़ने वाली कालाष्टमी पर्व का हिंदू धर्म में बहुत अधिक महत्व है। इस दिन भगवान शिव के उग्र रूप, काल भैरव की पूजा होती है।
सकट चौथ पर भगवान गणेश की पूजा के साथ-साथ व्रत कथा का पाठ करना भी अनिवार्य माना जाता है। ऐसा करने से व्रतधारी को अक्षय पुण्य की प्राप्ति होती है और उसके जीवन से सभी संकट दूर हो जाते हैं।
सनातन हिन्दू धर्म में कालाष्टमी का काफी महत्व होता है। कालाष्टमी भगवान काल भैरव को समर्पित होता है। इस दिन काल भैरव के पूजन से घर में सुख-शांति और समृद्धि आती है। ये पर्व हर महीने के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को मनाया जाता है।
सनातन हिंदू धर्म में संकष्टी चतुर्थी का व्रत अत्यधिक महत्वपूर्ण माना जाता है। बता दें कि साल की पहली संकष्टी चतुर्थी लम्बोदर संकष्टी चतुर्थी के नाम से भी जानी जाती है। यह व्रत मुख्य रूप से भगवान गणेश जी और सकट माता की पूजा-अर्चना के लिए प्रसिद्ध है।