भारत माता तेरा आँचल,
हरा-भरा धानी-धानी ।
मीठा-मीठा चम्-चम करता,
तेरी नदियों का पानी ।
हरी हो गयी बंजर धरती,
नाचे झरनो में बिजली ।
सोना-चांदी उगल रही है,
तेरी नदियों का पानी ।
भारत माता तेरा आँचल,
हरा-भरा धानी-धानी ।
मीठा-मीठा चम्-चम करता,
तेरी नदियों का पानी ।
मस्त हवा जब लहराती है,
दूर-दूर तक पहुंचाती है ।
तेरे ऊँचे-ऊँचे पर्वत,
निडर बहादुर सेनानी ।
भारत माता तेरा आँचल,
हरा-भरा धानी-धानी ।
मीठा-मीठा चम्-चम करता,
तेरी नदियों का पानी ।
भाग्य बदलने के लिए यहां पूजा करती हैं महिलाएं, माता सती के शरीर का कौन सा अंग यहां गिरा इस पर विवाद है
मंदिरों के घर चित्रकूट में बनी शक्तिपीठ, भगवान श्रीराम के वनवास से गहरा नाता
वक्रतुंड भैरव के दर्शन का एकमात्र स्थान, तीन नदियों के संगम पर स्थित है माता का यह शक्तिपीठ
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