Logo

तीनो लोको में भोले के जैसा: भजन (Tino Loko Mein Bhole Ke Jaisa)

तीनो लोको में भोले के जैसा: भजन (Tino Loko Mein Bhole Ke Jaisa)

तीनो लोको में भोले के जैसा ॥


दोहा – बात सदियों से,

मशहूर है ज़माने में,

एक पल लगता है,

महादेव को मनाने में।

जिसने भोला कहा,

भर भर के ले गया झोली,

रखा छुपा के ना,

भोले ने कुछ खजाने में ॥


तीनों लोको में भोले के जैसा,

दूसरा कोई दानी नहीं है,

कौन सा भक्त है बात उसकी,

मेरे भोले ने मानी नहीं है,

तीनों लोको में भोले के जैसा,

दूसरा कोई दानी नहीं है ॥


बात सच्ची है करना ना शंका,

दे दी रावण को सोने की लंका,

वेद ग्रंथो में लिखा हुआ है,

कोई झूठी कहानी नहीं है,

तीनों लोको में भोले के जैसा,

दूसरा कोई दानी नहीं है ॥


फेरी देवों ने जब शिव की माला,

देके अमृत पिया विष का प्याला,

किसको भोले ने क्या क्या दिया है,

बात कोई छुपानी नहीं है,

तीनों लोको में भोले के जैसा,

दूसरा कोई दानी नहीं है ॥


पाप धोने थे सारे जहां के,

शिव ने गंगा हमें दे दी लाके,

शिव की करुणा भी इस में मिली है,

गंगा अमृत है पानी नहीं है,

तीनों लोको में भोले के जैसा,

दूसरा कोई दानी नहीं है ॥


तीनो लोको में भोले के जैसा,

दूसरा कोई दानी नहीं है,

कौन सा भक्त है बात उसकी,

मेरे भोले ने मानी नहीं है,

तीनों लोको में भोले के जैसा,

दूसरा कोई दानी नहीं है ॥

........................................................................................................
कुंभ संक्रांति 2025 कब है

सनातन धर्म में कुंभ संक्रांति का विशेष महत्व है। इस दिन गंगा स्नान और दान करने की परंपरा है। क्योंकि, इस दिन पवित्र नदियों में स्नान के बाद दान-पुण्य करने से सूर्य देव की विशेष कृपा भी प्राप्त होती है।

एकादशी व्रत फरवरी 2025

हिंदू धर्म में एकादशी व्रत का विशेष महत्व है। एकादशी तिथि भगवान विष्णु को समर्पित होती है और इस दिन भगवान विष्णु संग मां लक्ष्मी की पूजा की जाती है।

फाल्गुन में क्या करें, क्या नहीं

माघ पूर्णिमा के बाद फाल्गुन माह की शुरुआत होती है। हिंदू पंचांग के अनुसार यह हिंदू वर्ष का अंतिम महीना होता है। इसके उपरांत हिंदू नववर्ष शुरू होगा। फाल्गुन के महीने को फागुन का महीना भी कहा जाता है।

फाल्गुन में देवताओं की पूजा

माघ पूर्णिमा के बाद फाल्गुन माह की शुरुआत होती है। हिंदू पंचांग के अनुसार यह हिंदू वर्ष का अंतिम महीना होता है। इसके उपरांत हिन्दू नववर्ष आ जाएगा। फाल्गुन के महीने को फागुन का महीना भी कहा जाता है।

यह भी जाने

संबंधित लेख

HomeAartiAartiTempleTempleKundliKundliPanchangPanchang