श्यामा श्याम सलौनी
सूरत को शृंगार बसंती है ।
किशोरी श्याम सलोनी सूरत
को सिंगार बसंती है ।
मोर मुकुट की लटक बसंती
चंद्रकला की चटक बसंती,
मुख मुरली की मटक बसंती,
सिर पै पैंच श्रवण-कुंडल छविदार बसंती है ।
श्यामा श्याम सलौनी
सूरत को शृंगार बसंती है ।
किशोरी श्याम सलोनी सूरत,
को सिंगार बसंती है ।
माथे चन्दन लसियो बसंती,
पट पीताम्बर कसियो बसंती,
पहना बाजूबंद बसंती,
गुंजमाल गल सोहै फूलनहार बसंती है ।
श्यामा श्याम सलौनी
सूरत को शृंगार बसंती है ।
किशोरी श्याम सलोनी सूरत,
को सिंगार बसंती है ।
कनक कडूला हस्त बसंती,
चले चाल अलमस्त बसंती,
रुनक-झुनक पग नूपुर की झनकार बसंती है ।
श्यामा श्याम सलौनी
सूरत को शृंगार बसंती है ।
किशोरी श्याम सलोनी सूरत,
को सिंगार बसंती है ।
संग ग्वाल को गोलन बसंती,
बोल रहे हैं बोल बसंती,
सब सखियन में राधे जी सरदार बसंती हैं ।
श्यामा श्याम सलौनी
सूरत को शृंगार बसंती है ।
किशोरी श्याम सलोनी सूरत,
को सिंगार बसंती है ।
माघ का महीना हिंदू धर्म में बेहद पवित्र माना जाता है, और इस महीने में आने वाला प्रदोष व्रत और भी अधिक महत्वपूर्ण हो जाता है। प्रदोष व्रत हर महीने के कृष्ण पक्ष और शुक्ल पक्ष की त्रयोदशी तिथि को मनाया जाता है।
मौनी अमावस्या हिंदू धर्म में एक महत्वपूर्ण पर्व है जो माघ माह की अमावस्या को मनाया जाता है। इस दिन पिंडदान, तर्पण, अन्न और धन का दान, पवित्र नदी में स्नान और मौन व्रत किया जाता है।
साल 2025 में 29 जनवरी दिन बुधवार को मौनी अमावस्या मनाई जाएगी। इस बार मौनी अमावस्या के दिन महाकुंभ का दूसरा अमृत स्नान किया जाएगा और इस दिन कुछ दुर्लभ संयोग भी बन रहे हैं।
मौनी अमावस्या का दिन पूजा-पाठ, अनुष्ठान और दान-पुण्य के लिए अत्यंत शुभ माना जाता है। कहते हैं कि मौनी अमावस्या पर किए गए उपायों से 100 वर्षों के दान के बराबर पुण्य मिलता है।