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रानी सती आज मेरे घर आई(Rani Sati Aaj Mere Ghar Aayi)

रानी सती आज मेरे घर आई(Rani Sati Aaj Mere Ghar Aayi)

रानी सती आज मेरे घर आई,

घर आई माँ घर आई,

मुझपे तरस ये खा गई,

और मेरा मान बढ़ा गई,

राणी सती आज मेरे घर आई,

घर आई माँ घर आई ॥


सुन ली मेरी दादी ने फरियाद,

रखली माँ ने बेटी की अब लाज,

अर्जी मेरी इसने सुनी,

अर्जी मेरी इसने सुनी,

मेरा साथ निभा गई,

और दुनिया को दिखला गई,

राणी सती आज मेरे घर आई,

घर आई माँ घर आई ॥


कैसे करूँ मैं दादी का सत्कार,

बेटी तो बस दे सकती है प्यार,

सुख की घडी आई बड़ी,

सुख की घडी आई बड़ी,

ये साँची प्रीत निभा गई,

और रुखा सूखा खा गई,

राणी सती आज मेरे घर आई,

घर आई माँ घर आई ॥


दिल में मेरे दादी की तस्वीर,

‘हर्ष’ जगी है आज मेरी तकदीर,

माँ के भजन गाउँ सदा,

माँ के भजन गाउँ सदा,

ये मुझसे प्यार जता गई,

और सिंह पे चढ़ कर आ गई,

राणी सती आज मेरे घर आई,

घर आई माँ घर आई ॥


रानी सती आज मेरे घर आई,

घर आई माँ घर आई,

मुझपे तरस ये खा गई,

और मेरा मान बढ़ा गई,

राणी सती आज मेरे घर आई,

घर आई माँ घर आई ॥

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क्यों झूठे मुंह मंदिर नहीं जाना चाहिए?

हमारे देश में एक पुरानी कहावत है, "झूठे मुंह मंदिर नहीं जाना चाहिए।" इसका मतलब है कि झूठन मूंह वाले को भगवान के मंदिर में नहीं जाना चाहिए। ये बात हमारी धर्म और संस्कृति से जुड़ी हुई है। जब हम मंदिर जाते हैं तो भगवान से मिलने जाते हैं।

कुंभ के प्रयागराज पहुंचने की पूरी गाइड

महाकुंभ 2025 का इंतजार खत्म होने को है। 13 जनवरी को पौष पूर्णिमा से इस भव्य आयोजन की शुरुआत होगी, जो 26 फरवरी को महाशिवरात्रि के पावन स्नान के साथ संपन्न होगा। संगम में पुण्य की डुबकी लगाने के लिए करोड़ों श्रद्धालु उमड़ेंगे। इस ऐतिहासिक आयोजन को सुगम बनाने के लिए सरकार ने रेल, बस और हवाई सेवाओं को और सशक्त किया है।

महाकुंभ रूकने की व्यवस्था क्या है?

साल 2025 आ चुका है और इंतजार की घड़ियां अब खत्म होने वाली हैं, क्योंकि महाकुंभ मेला 2025 का आयोजन कुछ ही दिनों में शुरू होने वाला है। यह धार्मिक उत्सव 12 साल बाद एक बार फिर प्रयागराज में होगा, जहां देश-विदेश से लाखों श्रद्धालु पहुंचने की उम्मीद है।

कुंभ मेले के आस-पास घूमने की जगहें

जनवरी से कुंभ स्नान और मेला शुरू होने जा रहा है, खास बात यह है कि यह 'महाकुंभ' है, जिसका मुहूर्त 144 साल बाद आ रहा है। अनुमान है कि इस विशाल आयोजन में करीब 40 करोड़ श्रद्धालु शामिल होंगे।

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