राधा ढूंढ रही किसी ने मेरा श्याम देखा,
श्याम देखा, घनश्याम देखा,
ओ बंसी बजाते हुए,
ओराधा तेरा श्याम देखा ॥
राधा तेरा श्याम हमने मथुरा मैं देखा,
बंसी बजाते हुए,
ओराधा तेरा श्याम देखा ॥
राधा तेरा श्याम हमने गोकुल मैं देखा
गैया चराते हुए ओ राधा तेरा श्याम देखा ॥
राधा तेरा श्याम हमने वृन्दावन मैं देखा
रास रचाते हुए ओ राधा तेरा श्याम देखा ॥
राधा तेरा श्याम हमने गतिपुरा मैं देखा,
गोवर्धन उठाते हुए ओ राधा तेरा श्याम देखा ॥
राधा तेरा श्याम हमने सर्वजगत मैं देखा,
राधा राधा जपते हुए,
ओराधा तेरा श्याम देखा ॥
श्याम देखा, घनश्याम देखा,
ओ बंसी बजाते हुए,
ओराधा तेरा श्याम देखा ॥
राधा ढूंढ रही किसी ने मेरा श्याम देखा
सनातन धर्म में पूर्णिमा तिथि का विशेष महत्व है। इस दिन भगवान विष्णु और मां लक्ष्मी की पूजा- अर्चना करने का विधान है। इस दिन से प्रयागराज में कल्पवास शुरू किया जाता है, इस दिन व्रत, स्नान दान करने से मां लक्ष्मी और विष्णु जी बेहद प्रसन्न होते हैं।
पौष माह की पूर्णिमा साल 2025 की पहली पूर्णिमा होने वाली है। इस दिन पवित्र नदी में स्नान करने से जन्मों-जन्मों के पाप से मुक्ति मिलती है। कुछ लोगों में असमंजस की स्थिति है कि पौष पूर्णिमा इस बार 13 जनवरी को या 14 जनवरी को मनाई जाएगी?
पूर्णिमा यानी शुक्ल पक्ष का 15वां दिन। यह महीने में 1 बार आती है। इस तरह पूरे साल में कुल 12 पूर्णिमा तिथि होती है। इस साल 2025 पौष पूर्णिमा 13 जनवरी को है। पौष पूर्णिमा पर स्नान व दान करने से शुभ फलों की प्राप्ति होती है।
पूर्णिमा तिथि महीने में 1 बार आती है। इस तरह पूरे साल में कुल 12 पूर्णिमा तिथि होती है। इन्हीं पूर्णिमा तिथ्यों में से एक है पौष माह की पूर्णिमा। वैसे तो हर महीने की पूर्णिमा तिथि शुभ होती है, लेकिन इस साल पौष पूर्णिमा खास होने जा रही है।