मैया मैं तेरी पतंग,
हवा विच उडदी जावांगी,
मैया डोर हाथों छड्डी ना,
मैं कट्टी जावांगी,
मईया मैं तेरी पतंग,
दाती मैं तेरी पतंग ॥
बड़ी मुश्किल दे नाल मिलया,
मैनु तेरा द्वारा ऐ,
मैनु तेरा द्वारा ऐ,
मैनु इको तेरा आसरा,
नाल तेरा सहारा ऐ,
नाल तेरा सहारा ऐ,
हूण तेरे ही भरोसे,
हूण तेरे ही भरोसे,
हवा विच उडदी जावांगी,
मैया डोर हाथों छड्डी ना,
मैं कट्टी जावांगी,
मईया मैं तेरी पतंग,
दाती मैं तेरी पतंग ॥
इहना चरणा कमला नालो,
मैनु दूर हटावी ना,
मैनु दूर हटावी ना,
इस झूठे जग दे अंदर,
मेरा पेचा लायी ना,
मेरा पेचा लायी ना,
जे कट गई ता दाती,
जे कट गई ता दाती,
फिर मैं लुट्टी जावांगी,
मैया डोर हाथों छड्डी ना,
मैं कट्टी जावांगी,
मईया मैं तेरी पतंग,
दाती मैं तेरी पतंग ॥
मैया मैं तेरी पतंग,
हवा विच उडदी जावांगी,
मैया डोर हाथों छड्डी ना,
मैं कट्टी जावांगी,
मईया मैं तेरी पतंग,
दाती मैं तेरी पतंग ॥
हिंदू धर्म में चंपा षष्ठी का व्रत अत्यधिक महत्वपूर्ण माना जाता है। यह पर्व भगवान शिव और उनके पुत्र कार्तिकेय को समर्पित है।
हिंदू धर्म में हर त्योहार और व्रत का विशेष महत्व है। इन्हीं त्योहारों में से एक है चंपा षष्ठी, जो भगवान शिव और उनके पुत्र कार्तिकेय को समर्पित है।
मेरे सोये भाग जगा भी दो,
शिव डमरू वाले,
मेरे तन में भी राम,
मेरे मन में भी राम,