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श्री सरस्वती मैया की आरती

श्री सरस्वती मैया की आरती

जय सरस्वती माता, मैया जय सरस्वती माता।

सदगुण वैभव शालिनी, त्रिभुवन विख्याता॥

जय सरस्वती माता....


चन्द्रवदनि पद्मासिनि, द्युति मंगलकारी।

सोहे शुभ हंस सवारी, अतुल तेजधारी॥

जय सरस्वती माता....


बाएं कर में वीणा, दाएं कर माला।

शीश मुकुट मणि सोहे, गल मोतियन माला॥

जय सरस्वती माता....


देवी शरण जो आए, उनका उद्धार किया।

पैठी मंथरा दासी, रावण संहार किया॥

जय सरस्वती माता....


विद्या ज्ञान प्रदायिनि, ज्ञान प्रकाश भरो।

मोह अज्ञान और तिमिर का, जग से नाश करो॥

जय सरस्वती माता....


धूप दीप फल मेवा, माँ स्वीकार करो।

ज्ञानचक्षु दे माता, जग निस्तार करो॥

जय सरस्वती माता....


माँ सरस्वती की आरती, जो कोई जन गावे।

हितकारी सुखकारी, ज्ञान भक्ति पावे॥

जय सरस्वती माता....


जय सरस्वती माता,जय जय सरस्वती माता।

सदगुण वैभव शालिनी,त्रिभुवन विख्याता॥


सरस्वती मैया की जय


वैसे तो सरस्वती मैया की आरती करने के लिए सभी दिन शुभ माने जाते हैं, लेकिन इन दिनों को विशेष माना जाता है-


  1. बसंत पंचमी ( माघ महीने के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को)
  2. बुधवार को
  3. शुक्ल पक्ष के दिन
  4. नवरात्रि के दौरान
  5. पूर्णिमा पर 


इसके अलावा, आप सरस्वती मैया की आरती किसी भी शुभ मुहूर्त में कर सकते हैं, जैसे कि:


  1. सुबह 7:00 बजे से 9:00 बजे तक
  2. दोपहर 12:00 बजे से 1:00 बजे तक
  3. शाम 5:00 बजे से 7:00 बजे तक


सरस्वती मैया की आरती का विशेष समय:


संत पंचमी के दिन सुबह 9:00 बजे से 12:00 बजे तक का मुहूर्त विशेष रूप से शुभ माना जाता है।


सरस्वती मैया की आरती करने से कई लाभ होते हैं, जैसे-


  1. मानसिक शांति और एकाग्रता: सरस्वती मैया की आरती करने से मन को शांति और एकाग्रता प्राप्त होती है।
  2. ज्ञान और बुद्धि की वृद्धि: सरस्वती मैया की आरती करने से ज्ञान और बुद्धि में वृद्धि होती है।
  3. संगीत और कला में प्रगति: सरस्वती मैया संगीत और कला की देवी हैं, इसलिए उनकी आरती करने से संगीत और कला में प्रगति होती है।
  4. वाणी की शक्ति में वृद्धि: सरस्वती मैया की आरती करने से वाणी की शक्ति में वृद्धि होती है और व्यक्ति की वाणी में सौम्यता और माधुर्य आता है।
  5. नकारात्मक विचारों से मुक्ति: सरस्वती मैया की आरती करने से नकारात्मक विचारों से मुक्ति मिलती है और मन में सकारात्मक विचारों का प्रवाह होता है।
  6. आत्मविश्वास में वृद्धि: सरस्वती मैया की आरती करने से आत्मविश्वास में वृद्धि होती है और व्यक्ति अपने लक्ष्यों की प्राप्ति के लिए प्रेरित होता है।\
  7. शिक्षा और करियर में सफलता: सरस्वती मैया की आरती करने से शिक्षा और करियर में सफलता प्राप्त होती है।

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श्री पार्वती माता की आरती (Shri Parvati Mata Ki Aarti)

ॐ जय पार्वती माता, मैया जय पार्वती माता।
ब्रह्म सनातन देवी, शुभ फल की दाता॥

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राजेश्वरी जय नमो नमः॥

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सब योगों के ऊपर, सब रोगों के ऊपर,

श्री गायत्री मैया की आरती (Shri Gayatri Maiya Ki Aarti)

जयति जय गायत्री माता, जयति जय गायत्री माता।
सत् मारग पर हमें चलाओ, जो है सुखदाता॥

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