देखो राजा बने महाराज,
आज राम राजा बने,
देखों राजा बने महाराज,
आज राम राजा बने ॥
मंगल साज सजे घर घर में,
पूजा पात्र लिए सब कर में,
चले आरती करन के काज,
आज राम राजा बने,
देखों राजा बने महाराज,
आज राम राजा बने ॥
दासी दास आनंद मनावे,
कौशल्या आदि मातु सब गावे,
वेद वाणी पढ़े मुनी राज,
आज राम राजा बने,
देखों राजा बने महाराज,
आज राम राजा बने ॥
वस्त्र आभुषण तन पर साजे,
सिंघासन पर राम विराजे,
जड़े हीरे मोती सर ताज,
आज राम राजा बने,
देखों राजा बने महाराज,
आज राम राजा बने ॥
संत महंत करतार बजावे,
सियाराम के कुशल मनावें,
संग भिक्षु यती योगी राज,
आज राम राजा बने,
देखों राजा बने महाराज,
आज राम राजा बने ॥
देखो राजा बने महाराज,
आज राम राजा बने,
देखों राजा बने महाराज,
आज राम राजा बने ॥
साँची ज्योतो वाली माता,
तेरी जय जय कार ।
गुड़ी पड़वा हिंदू धर्म में एक विशेष स्थान रखता है। ऐसा माना जाता है कि गुड़ी को घर पर फहराने से घर से नकारात्मक शक्तियां दूर हो जाती हैं और जीवन में सौभाग्य और समृद्धि आती है।
अयि गिरिनन्दिनि नन्दितमेदिनि विश्वविनोदिनि नन्दिनुते
गिरिवरविन्ध्यशिरोऽधिनिवासिनि विष्णुविलासिनि जिष्णुनुते ।
प्रथम पुष्पांजली मंत्र
ॐ जयन्ती, मङ्गला, काली, भद्रकाली, कपालिनी ।
दुर्गा, शिवा, क्षमा, धात्री, स्वाहा, स्वधा नमोऽस्तु ते॥
एष सचन्दन गन्ध पुष्प बिल्व पत्राञ्जली ॐ ह्रीं दुर्गायै नमः॥
Pratham Puspanjali Mantra
om jayanti, mangla, kali, bhadrakali, kapalini .
durga, shiva, kshama, dhatri, svahaa, svadha namo̕stu te॥
esh sachandan gandh pusp bilva patranjali om hrim durgaye namah॥