तेरे ही भरोसे हैं हम
तेरे ही सहारे
दुविधा की घड़ी में ये मन
तुझको ही पुकारे
तेरे ही बल से है बल हमारा
तू ही करेगा मंगल हमारा
मंत्रों से बढ़के तेरा नाम
जय श्री राम, जय श्री राम
जय श्री राम, राजा राम
जय श्री राम, जय श्री राम
जय श्री राम, राजा राम
जय श्री राम, जय श्री राम
जय श्री राम, राजा राम
जय श्री राम, जय श्री राम
जय श्री राम, राजा राम
ठथरराये धरा जो
धनुष लेके आता है तू
या रे ओ
जो असंभव को संभव करे
वो विधाता है तू
या रे ओ
सूर्यवंशी जन्म से ओ ओ
और राजा धर्म से ओ ओ
जो लड़े सारे दम से
वो तेज तुझमे भरा
वज्र चट्टी पे रोके ओ ओ
वो समुंदरों को सोखे ओ ओ
जो रहे तेरा होके
होके रहे जो तेरा
तेरे ही बल से है बल हमारा
विश्वास तुझपे अविचल हमारा
तुझसे भी बढ़के तेरा नाम
जय श्री राम, जय श्री राम
जय श्री राम, राजा राम
जय श्री राम, जय श्री राम
जय श्री राम, राजा राम
जय श्री राम, जय श्री राम
जय श्री राम, राजा राम
जय श्री राम, जय श्री राम
जय श्री राम, राजा राम
वैकुंठ चतुर्दशी के दिन मणिकर्णिका घाट पर स्नान करने से मनुष्य को मोक्ष की प्राप्ति होती है। साथ ही भगवान शिव व विष्णु की कृपा भी प्राप्त होती है। 14 नवंबर को मणिकर्णिका स्नान का विधान है।
धार्मिक मान्यता के अनुसार कार्तिक पूर्णिमा पर गंगा स्नान करना अत्यंत शुभ माना जाता है। इस दिन गंगा स्नान करने और उचित दान-पुण्य करने से व्यक्ति को पापों से मुक्ति मिलती है और मोक्ष का मार्ग भी प्रशस्त होता है।
भगवान सत्यनारायण, भगवान विष्णु का ही स्वरूप हैं। सत्यनारायण की पूजा का असल अर्थ है 'सत्य की नारायण के रूप' में पूजा। भगवान सत्यनारायण व्रत हिंदू धार्मिक मान्यता में एक महत्वपूर्ण स्थान रखता है।
सनातन धर्म में भगवान सत्यनारायण की पूजा का विशेष महत्व है, जो विशेष दिनों में और नियम से करने की सलाह दी जाती है। यह पूजा भगवान सत्यनारायण को समर्पित होती है।