बम भोले बम भोले बम बम बम,
यही वो तंत्र है यही वो मंत्र है,
प्रेम से जपोगे तो मिटेंगे सारे गम ॥
कभी योगी कभी जोगी,
कभी बाल ब्रम्हचारी,
कभी आदि देव महादेव त्रिपुरारी,
कभी शंकर कभी शम्भू,
कभी भोले भंडारी,
नाम है अनंत तोरे जग बलहारी,
शिव का नाम लो सुबह शाम लो,
गाते रहो जब तक दम में है दम,
बम भोले बम भोले बम बम बम,
यही वो तंत्र है यही वो मन्त्र है,
प्रेम से जपोगे तो मिटेंगे सारे गम ॥
दक्ष प्रजापति जब हुंकारा,
तिरशूल से शीश उतारा,
माफ़ी मांगी होश में आए,
बकरे का तब शीश लगायो,
आशुतोष भोले बाबा भये परसन,
बकरे ने मुख से जो बोली बम बम,
बम भोले बम भोले बम बम बम,
यही वो तंत्र है यही वो मन्त्र है,
प्रेम से जपोगे तो मिटेंगे सारे गम ॥
कला तित कल्याण कल्पान्त कारी,
सदा सन्त दयानन्द दाता पुरारी,
चिता नन्द समहोह मोहे परारी,
प्रसिद्ध प्रसिद्ध प्रभु मनमा थारी,
ध्यान लगाई के ज्योत जलाई के,
शिव को पुकारते चलो जी हर दम,
बम भोले बम भोले बम बम बम,
यही वो तंत्र है यही वो मन्त्र है,
प्रेम से जपोगे तो मिटेंगे सारे गम ॥
खेल रही है जटा गंगा,
बाजे डमरू पिकर भंगा,
खप्पर खाल बाघम्बर अंगा,
मेरो भोला मस्त मलंगा,
गुरु दासः मांगे तेरी नज़रे करम,
भक्तो पे कर दो बाबा करम,
बम भोले बम भोले बम बम बम,
यही वो तंत्र है यही वो मन्त्र है,
प्रेम से जपोगे तो मिटेंगे सारे गम ॥
बम भोले बम भोले बम बम बम,
यही वो तंत्र है यही वो मंत्र है,
प्रेम से जपोगे तो मिटेंगे सारे गम ॥
सनातन हिंदू धर्म में, होली का त्योहार एकता, आनंद और परंपराओं का एक भव्य उत्सव है। इसकी धूम पूरे विश्व में है। दिवाली के बाद हिंदू धर्म में दूसरे सबसे महत्वपूर्ण त्योहार के रूप में जाना जाने वाला होली बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक है।
सनातन धर्म में नवरात्रि का विशेष महत्व होता है। इनमें शारदीय और चैत्र नवरात्रि विशेष धूमधाम से मनाई जाती हैं। साल में कुल चार नवरात्रियां पड़ती हैं—दो प्रत्यक्ष और दो गुप्त। नवरात्रि माघ, चैत्र, आषाढ़ और आश्विन मास में आती हैं।
सनातन धर्म में नवरात्रि के दिनों को अत्यंत शुभ माना जाता है। साल में चार नवरात्रियां पड़ती हैं—माघ, चैत्र, आषाढ़ और आश्विन मास में। इनमें चैत्र और शारदीय नवरात्रि को प्रत्यक्ष नवरात्रि कहा जाता है, जिनका धार्मिक और आध्यात्मिक महत्व अधिक होता है।
भारत को उत्सवों का देश कहा जाता है। यहां हर मौसम में खास त्योहार मनाए जाते हैं। सर्दी का मौसम खत्म हो गया है और बसंत के शुरू होते ही होली का त्योहार दस्तक दे रहा है।