ॐ सूर्याय नमः
ॐ ऐहि सूर्य सहस्त्रांशों तेजो राशे जगत्पते, अनुकंपयेमां भक्त्या, गृहाणार्घय दिवाकरः
ॐ ह्रीं घृणिः सूर्य आदित्यः क्लीं ॐ।
ॐ घृणि सूर्याय नमः
ॐ घृणि सूर्य्यः आदित्यः
ॐ ह्रीं ह्रीं सूर्याय नमः
ॐ ह्रीं ह्रीं सूर्याय सहस्रकिरणराय,
मनोवांछित फलम् देहि देहि स्वाहा।।
जून का महीना स्वास्थ्य के दृष्टिकोण से विशेष सावधानी की मांग करता है। जहां एक ओर बारिश का आगमन मौसम में ठंडक और नमी लेकर आता है, वहीं दूसरी ओर यह संक्रमण, एलर्जी और पाचन संबंधी समस्याओं को भी बढ़ावा देता है।
जून का महीना प्रेम और रिश्तों के क्षेत्र में नए अवसर और भावनात्मक गहराई लेकर आ रहा है। कई राशियों को पुराने संबंधों में सुधार का अवसर मिलेगा, जबकि कुछ को थोड़ी सावधानी और धैर्य से काम लेना होगा।
जून 2025 का महीना व्यापार से जुड़े लोगों के लिए नये अवसरों, साझेदारी प्रस्तावों और लाभ-हानि के संतुलन का समय है। इस माह ग्रहों की चाल विशेषकर बृहस्पति, शनि, राहु और बुध के प्रभाव व्यापारिक गतिविधियों को सीधे प्रभावित करेंगे।
जून 2025 का महीना नौकरीपेशा जातकों के लिए नए अवसरों, चुनौतियों और खुद का आकलन करने का समय बन सकता है। इस माह ग्रहों की चाल कार्यस्थल पर आपके प्रदर्शन और निर्णय क्षमता को प्रभावित करेगी।