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श्री राम से कह देना, एक बात अकेले में: भजन (Shri Ram Se Keh Dena Ek Baat Akele Me)

श्री राम से कह देना, एक बात अकेले में: भजन (Shri Ram Se Keh Dena Ek Baat Akele Me)

श्री राम से कह देना,

एक बात अकेले में,

रोता है भरत भैया,

दिन रात अकेले में,

श्रीं राम से कह देना,

एक बात अकेले में ॥ 


वन वासी गए वन में,

फिर भी तो यही मन में,

रटता हूँ राम रटना,

रटता हूँ राम रटना,

दिन रात अकेले में,

श्रीं राम से कह देना,

एक बात अकेले में ॥


रो रो के बिताये है,

कई साल अयोध्या में,

आँखों से बहे आंसू,

आँखों से बहे आंसू,

दिन रात अकेले में,

श्रीं राम से कह देना,

एक बात अकेले में,

रोता है भरत भैया,

दिन रात अकेले में ॥


इस राज की ममता ने,

भाई से विछोभ किया,

ये भेद किया माँ ने,

ये भेद किया माँ ने,

और भाई सोतेले ने,

श्रीं राम से कह देना,

एक बात अकेले में,

रोता है भरत भैया,

दिन रात अकेले में ॥


है लक्ष्मण बडभागी,

रहता प्रभु चरणों में,

मुझे मौत नहीं आती,

मुझे मौत नहीं आती,

दुनिया के अँधेरे में,

श्रीं राम से कह देना,

एक बात अकेले में,

रोता है भरत भैया,

दिन रात अकेले में ॥


श्री राम से कह देना,

एक बात अकेले में,

रोता है भरत भैया,

दिन रात अकेले में,

श्रीं राम से कह देना,

एक बात अकेले में ॥

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वट सावित्री व्रत में क्या करें, क्या नहीं

वट सावित्री व्रत हिंदू धर्म में पति की लंबी उम्र और अखंड सौभाग्य की कामना के लिए किया जाने वाला महत्वपूर्ण व्रत है। यह व्रत जितना श्रद्धा और नियमों से जुड़ा है, उतना ही इसका सही तरीके से पालन करना भी आवश्यक है। इस साल वट सावित्री व्रत 26 मई, सोमवार को मनाया जाएगा।

वट सावित्री व्रत के उपाय

हिंदू धर्म में वट सावित्री व्रत का विशेष महत्व है। यह व्रत पतिव्रता स्त्रियों द्वारा अपने पति की लंबी उम्र, स्वस्थ और सुखमय जीवन के लिए किया जाता है। लेकिन कम ही लोग जानते हैं कि यह दिन वैवाहिक जीवन में चल रही तकरार और आपसी मनमुटाव को दूर करने के लिए भी बेहद शुभ माना गया है।

वट सावित्री पूजा सामग्री

वट सावित्री व्रत हिंदू धर्म में विशेष रूप से विवाहित महिलाओं द्वारा किया जाने वाला महत्वपूर्ण व्रत है। यह व्रत महाभारत काल की कथा 'सावित्री और सत्यवान' से जुड़ा हुआ है, जिसमें सावित्री ने अपने तप, भक्ति और बुद्धि से यमराज से अपने पति सत्यवान के प्राण वापस लिए थे।

वट सावित्री पर सोमवती अमावस्या का योग

वट सावित्री व्रत हिन्दू धर्म की एक अत्यंत महत्वपूर्ण परंपरा है, जिसे विशेष रूप से विवाहित स्त्रियों द्वारा अपने पति की दीर्घायु के लिए किया जाता है। यह व्रत ज्येष्ठ मास की अमावस्या तिथि को मनाया जाता है।

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