शरण तेरी आयो बांके बिहारी,
शरण तेरी आयों बांके बिहारी ॥
पल पल में परदा किये जा रहे हो,
पल पल में परदा किये जा रहे हो,
नज़र कब मिलेगी हमारी तुम्हारी,
शरण तेरी आयों बांके बिहारी ॥
चिलमन से बाहर निकलकर के आओ,
चिलमन से बाहर निकलकर के आओ,
बढ़ा क्यों रहे हो बेकरारी,
शरण तेरी आयों बांके बिहारी ॥
दीवानगी ‘पप्पू शर्मा’ की देखो,
दीवानगी ‘पप्पू शर्मा’ की देखो,
जिगर चिर दिखला दे छवि तुम्हारी,
शरण तेरी आयों बांके बिहारी ॥
शरण तेरी आयो बांके बिहारी,
शरण तेरी आयों बांके बिहारी ॥
उत्पन्ना एकादशी एक महत्वपूर्ण हिंदू त्योहार है, जो मार्गशीर्ष माह के कृष्ण पक्ष की एकादशी तिथि को मनाया जाता है। इस दिन भगवान विष्णु की विधि-विधान से पूजा करने से जीवन में सुख-समृद्धि आती है और घर-परिवार में खुशहाली बनी रहती है।
उत्पन्ना एकादशी हिंदू धर्म में एक महत्वपूर्ण तिथि है, जो भगवान विष्णु और एकादशी माता की पूजा के लिए समर्पित है।
हरि सुंदर नंद मुकुंदा,
हरि नारायण हरि ॐ
श्रीकृष्ण पूजन हिन्दू धर्म की एक महत्वपूर्ण परंपरा है, जिसमें भक्ति और पवित्रता का संगम होता है। इसे विशेषकर जन्माष्टमी या किसी शुभ अवसर पर किया जाता है।