चलो दर्शन को मेहंदीपुर चलिए,
जहाँ बालाजी का दरबार है,
तेरे संकट सभी कट जाएंगे,
वो ही संकट के काटन हार है,
चलों दर्शन को मेहंदीपुर चलिए ॥
तुम यहाँ आओ अर्जी लगाओ,
ध्याम लगाओ बाबा का,
ज्योति जगाओ शीश झुकाओ,
कीर्तन गाओ बाबा का,
जिसे बाबा पे होता विश्वास है,
पूरण होती उसी की यहाँ आस है,
अंधेर नहीं कुछ देर है,
सारा झुकता यहाँ संसार है,
चलों दर्शन को मेहंदीपुर चलिए ॥
प्रेत राज का राज यहाँ पर,
आज फसे कोई काल फसे,
भेरों का दरबार यहाँ पर,
बच ना सके कोई छुप ना सके,
भूत प्रेतों का बालाजी काल है,
ये काटे सभी के जंजाल है,
तू भी आके यहाँ सर टेक ले,
ये तो करते सभी पर उपकार है,
चलों दर्शन को मेहंदीपुर चलिए ॥
मंगल और शनि को यहाँ पे,
लगता मेला भारी है,
दूर दूर से कष्ट मिटाने,
आते यहाँ नर नारी है,
तीनो लोको में पावन धाम है,
होती आरती सुबह और शाम है,
तू जयकारा लगाले इस नाम का,
तेरे संग में ‘धामा’ और ‘रामावतार’ है,
चलों दर्शन को मेहंदीपुर चलिए ॥
चलो दर्शन को मेहंदीपुर चलिए,
जहाँ बालाजी का दरबार है,
तेरे संकट सभी कट जाएंगे,
वो ही संकट के काटन हार है,
चलों दर्शन को मेहंदीपुर चलिए ॥
वैदिक पंचांग के अनुसार, हर साल फाल्गुन कृष्ण चतुर्दशी तिथि को महाशिवरात्रि का पर्व मनाया जाता है। इस साल महाशिवरात्रि 26 मार्च 2025 को मनाई जाएगी। सभी शिवभक्तों को हर साल महाशिवरात्रि के पर्व का इंतजार बेसब्री से रहता है।
इस साल महाशिवरात्रि का पर्व 26 फरवरी को मनाया जा रहा है। इस दिन कई शुभ योगों का निर्माण हो रहा है, जिससे कुछ राशियों के ऊपर शिव जी की विशेष कृपा हो सकती है।
इस साल महाशिवरात्रि का पर्व 26 फरवरी को मनाया जा रहा है। इस दिन कई शुभ योगों का निर्माण हो रहा है, जिससे कुछ राशियों के ऊपर शिव जी की विशेष कृपा हो सकती है।
महाशिवरात्रि भगवान शिव की आराधना का एक महापर्व है। इस दिन को भगवान शिव की कृपा के लिए सबसे खास माना जाता है। महाशिवरात्रि को लेकर कई धार्मिक मान्यताएं और कथाएं जुड़ी हुई हैं।