इस वर्ष में मंगलवार, 26 नवंबर को उत्पन्ना एकादशी का पर्व मनाया जा रहा है। यह पर्व हर वर्ष मार्गशीर्ष माह के कृष्ण पक्ष की एकादशी तिथि को मनाया जाता है। इस दिन जगत के पालनहार भगवान विष्णु और मां एकादशी की पूजा की जाती है, जो सुख-समृद्धि और आध्यात्मिक लाभ प्रदान करने वाले हैं। उत्पन्ना एकादशी के दिन एकादशी का व्रत रखा जाता है, जो आत्मा की शुद्धि और पापों के नाश के लिए विशेष माना जाता है।
मान्यताओं के अनुसार एकादशी के दिन व्रत रख लक्ष्मी नारायण जी की पूजा करने से साधक की सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं और सुख-सौभाग्य में वृद्धि होती है। उत्पन्ना एकादशी के दिन तुलसी की मंजरी से जुड़े कुछ विशेष उपाय करने से आर्थिक तंगी दूर होती है और जीवन में सुख-समृद्धि आती है। आइए जानते हैं कि उत्पन्ना एकादशी के दिन तुलसी से जुड़े कौन से उपाय करने से आपको लाभ हो सकता है।
उत्पन्ना एकादशी एक महत्वपूर्ण त्योहार है, जो भगवान विष्णु और मां लक्ष्मी की पूजा के लिए विशेष माना जाता है। इस दिन विशेष उपाय करने से आर्थिक तंगी से निजात पाने में मदद मिलती है।
भारतीय संस्कृति में परंपराओं और विश्वासों का विशेष महत्व है। इसी कारण, हिंदू धर्म में किसी भी नए कार्य की शुरुआत से पहले पूजा करना शुभ माना जाता है। शेयर बाजार में निवेश करने से पहले भी लोग पूजा करते हैं, क्योंकि इसे सकारात्मक शुरुआत का प्रतीक माना जाता है।
देवों के देव महादेव यानी भगवान शिव के कई रूप और अवतार हैं। उनके संहारक स्वरूप को रुद्र कहा जाता है जिसका अर्थ है दुखों को हरने वाला। महाशिवरात्रि के अवसर पर भगवान शिव के 11 रुद्र अवतारों की पूजा का विशेष महत्व है।
भारतीय संस्कृति में परंपराओं और विश्वासों का विशेष महत्व है। इसी कारण, हिंदू धर्म में किसी भी नए कार्य की शुरुआत से पहले पूजा करना शुभ माना जाता है। शेयर बाजार में निवेश करने से पहले भी लोग पूजा करते हैं, क्योंकि इसे सकारात्मक शुरुआत का प्रतीक माना जाता है।
किसी भी व्यापारी के जीवन में मशीनों की महत्वपूर्ण भूमिका होती है। उनका पूरा व्यवसाय और रोजगार मशीनों पर निर्भर करता है। इसलिए इन मशीनों का विशेष ध्यान रखना उसकी जिम्मेदारी बन जाती है। यही कारण है कि भारत में विशेष रूप से औद्योगिक क्षेत्रों में मशीनरी पूजा को अत्यंत महत्वपूर्ण माना जाता है।