रविवार के दिन क्या करें और क्या न करें? इन कार्यों को करने से भगवान सूर्यदेव होंगे प्रसन्न
रविवार का दिन सनातन धर्म में बहुत महत्व रखता है, क्योंकि यह सूर्य देव की पूजा का दिन होता है। सूर्य देव को ग्रहों का राजा माना जाता है और इनकी पूजा से जीवन में सुख, शांति और समृद्धि का आगमन होता है। यदि किसी की कुंडली में सूर्य देव शुभ स्थिति में होते हैं, तो उसे जीवन में तरक्की मिलती है, लेकिन अगर सूर्य कमजोर होता है तो बीमारियां और परेशानियां आ सकती हैं। इस दिन कुछ विशेष कार्यों को करने से लाभ होता है, वहीं कुछ कार्यों से बचना चाहिए। ऐसे में आइए जानते हैं रविवार के दिन क्या करें और क्या न करें।
रविवार के दिन क्या न करें?
- रविवार के दिन पश्चिम और वायव्य दिशा में यात्रा करने से बचना चाहिए, क्योंकि इन दिशाओं में यात्रा करने से दिशा शूल उत्पन्न होता है और इससे जीवन में समस्याएं हो सकती हैं। यदि यात्रा करनी ही पड़े तो घर से दलिया, घी या पान खाकर निकलें।
- रविवार के दिन तांबे से बनी वस्तुएं या सूर्य देव से जुड़ी चीजों को नहीं बेचना चाहिए। इससे सूर्य देव की स्थिति कमजोर हो जाती है और जीवन में मुश्किलें आ सकती हैं।
- रविवार को नीले, काले या कत्थई रंग के कपड़े पहनने से भी बचना चाहिए। सूर्य देव को लाल रंग बहुत प्रिय है, इसलिए इस दिन लाल रंग के कपड़े पहनना शुभ माना जाता है।
- रविवार को मांस और मदिरा का सेवन भी नहीं करना चाहिए, क्योंकि इससे सूर्य देव की स्थिति बिगड़ती है और जीवन में संघर्ष बढ़ सकता है।
रविवार के दिन क्या करें?
- रविवार के दिन सूर्योदय से पहले उठकर स्नान करें और साफ कपड़े पहनकर सूर्य देव की पूजा करें। पूजा के दौरान 'ॐ सूर्याय नमः' 'ओम वासुदेवाय नमः' 'ओम आदित्य नमः' मंत्र का जाप करें और सूर्य देव को लाल फूल, अक्षत, नारियल, और लाल चंदन अर्पित करें। पूजा में धूप और दीपक जलाना भी अत्यंत लाभकारी माना जाता है।
- रविवार को दान भी करना चाहिए। इस दिन सूर्य देव को प्रसन्न करने के लिए गुड़, दूध, चावल, लाल कपड़े और तांबे का बर्तन दान करें। दान से पुण्य की प्राप्ति होती है और ग्रहों की स्थिति में सुधार आता है।
- रविवार को विशेष रूप से लाल रंग के वस्त्र पहनना चाहिए, क्योंकि यह सूर्य देव को प्रिय है और इससे सफलता मिलती है।
- रविवार के दिन घर के बाहरी दरवाजे के दोनों तरफ देसी घी का दीपक जलाना बहुत शुभ माना जाता है। यह सूर्य देव के साथ-साथ मां लक्ष्मी को भी प्रसन्न करता है, जिससे घर में धन और समृद्धि के योग बनते हैं।
- रविवार के दिन घर से बाहर निकलने से पहले चंदन का तिलक चाहिए। ऐसा करने से कार्य में सफलता मिलती है।
........................................................................................................हिंदू धर्म में पूजा-अर्चना करने के दौरान देवी-देवताओं को भोग लगाने का विशेष महत्व है। बिना भगवान को भोग लगाए पूजा अधूरी मानी जाती है।
घर का मंदिर एक पवित्र स्थान है जहां हम अपने आराध्य देवों की पूजा करते हैं। यह न केवल हमारी भक्ति के केंद्र है, बल्कि आस्था का मार्ग भी दिखाता है।
हिंदू धर्म में भगवान शिव को दया और करुणा का सागर माना जाता है। महादेव का स्वभाव बेहद भोला है, इसलिए उन्हें भोलेनाथ भी कहा जाता है। जो भी भक्त सच्चे मन से भगवान शिव की आराधना करता है, उसका कल्याण निश्चित होता है।
अपना घर बनाते समय दिशा का चुनाव बहुत महत्वपूर्ण है। वास्तु शास्त्र के अनुसार, दक्षिण दिशा को यमराज से जोड़ा जाता है और दक्षिण मुखी घर अशुभ माना जाता है।