सिंघ सवारी महिमा भारी,
पहाड़ों में अस्थान तेरा,
ब्रम्हा विष्णु शिव शंकर भी,
करते माँ गुणगान तेरा ॥
कोलकत्ता में काली से,
तेरे मंदिर नगर नगर में,
तेरा भरे नवरात में मेला,
तेरी पूजा हो घर घर में,
धोलागढ़ और गुड़गामे में,
भक्त धरते ध्यान तेरा,
ब्रम्हा विष्णु शिव शंकर भी,
करते माँ गुणगान तेरा ॥
तने शुम्भ निशुम्भ है संहारे,
और रक्त बीज है मारे,
तने अपणे भक्त उबारे,
तेरे गूंज रहे जयकारे,
द्वारपाल से भैरो जी,
और सेवक से हनुमान तेरा,
ब्रम्हा विष्णु शिव शंकर भी,
करते माँ गुणगान तेरा ॥
कभी बण के दुर्गा आई,
शिव की शक्ति कहलाई,
माँ बणकै द्रोपती चंडी,
कौरव सेना खपवाई,
माँ पांचो पांडव शीश झुका के,
किया मात सन्मान तेरा,
ब्रम्हा विष्णु शिव शंकर भी,
करते माँ गुणगान तेरा ॥
जो तेरा ध्यान लगावे,
माँ मन इक्छा फल पावे,
तेरा ‘राजपाल’ डोडी पे,
माँ बैठ तेरा गुणगान करे,
यो ‘लख्खा’ भेंटे गावे,
गुण गाते है वेद पुराण तेरा,
ब्रम्हा विष्णु शिव शंकर भी,
करते माँ गुणगान तेरा ॥
सिंघ सवारी महिमा भारी,
पहाड़ों में अस्थान तेरा,
ब्रम्हा विष्णु शिव शंकर भी,
करते माँ गुणगान तेरा ॥
भारत में पूर्णिमा का बहुत महत्व है और देश के प्रमुख क्षेत्रों में इसे पूर्णिमा कहा जाता है। पूर्णिमा का दिन बहुत महत्वपूर्ण होता है क्योंकि अधिकांश प्रमुख त्यौहार या वर्षगांठ इसी दिन पड़ती हैं।
साल 2025 का पहला सूर्यग्रहण 29 मार्च, शनिवार को लगने वाला है। यह ग्रहण चैत्र अमावस्या के दिन दोपहर 2:20 बजे शुरू होगा और शाम 6:16 बजे समाप्त होगा।
सनातन धर्म में वैशाख महीने का विशेष महत्व है। वहीं, हिन्दू कैलेंडर के अनुसार वैशाख महीना वर्ष का दूसरा महीना माना जाता है। ऐसी मान्यता है कि यह महीना भगवान श्री कृष्ण के लिए अत्यंत प्रिय है। इसके अलावा इस महीने में भगवान विष्णु की पूजा का भी विशेष महत्व है।
स्वस्थ रहने के लिए शारीरिक और मानसिक रूप से सक्रिय रहना अत्यंत महत्वपूर्ण है। जब आपकी मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य में संतुलन नहीं होता है, तो इसका नकारात्मक प्रभाव आपकी मानसिक स्वास्थ्य पर पड़ सकता है।