भरी उनकी आँखों में है, कितनी करुणा
जाकर सुदामा भिखारी से पूछो
है करामात क्या उनके चरणों की रज
जाकर के गौतम की नारी से पूछो
कृपा कितनी करते हैं शरणागतों पे
कृपा कितनी करते हैं शरणागतों पे
बता सकते हैं यदि, बता सकते हैं यदि
बता सकते हैं यदि, मिलेंगे विभीषण
पतितों को पावन, वो कैसे बनाते
जटायु सरिस, माँसाहारी से पूछो
है करामात क्या उनके चरणों की रज
जाकर के गौतम की नारी से पूछो
प्रभु कैसे सुनते हैं, दुखियों की आहें
तुम्हें ज्ञात हो राजा, बलि की कहानी
निराधार का कौन, आधार है जग में
ये प्रश्न द्रुपद दुलारी से पूछो
है करामात क्या उनके चरणों की रज
जाकर के गौतम की नारी से पूछो
छ्मा शीलता उनमें, कितनी भरी है
बताएँगे भृगुजी, वो सब जानते हैं
हृदय उनका भावों का, है कितना भूंखा
विदुर सबरी से, बारी बारी से पूछो
है करामात क्या उनके चरणों की रज
जाकर के गौतम की नारी से पूछो
29 मार्च 2025 का दिन खगोलीय दृष्टि से बेहद खास और दुर्लभ रहने वाला है। लगभग 100 वर्षों बाद ऐसा संयोग बन रहा है, जब सूर्यग्रहण और शनि गोचर एक ही दिन हो रहे हैं।
29 मार्च के दिन साल का पहला सूर्यग्रहण लगने जा रहा है। इस दिन शनि देव भी मीन राशि में गोचर करेंगे। यह एक दुर्लभ महासंयोग है जो राशियों के जीवन में बड़ा बदलाव ला सकता है।
हर ग्रहण के दौरान एक सूतक काल होता है। जिसमें कोई शुभ कार्य नहीं किए जाते हैं। सूतक काल का खास महत्व होता है। यह धार्मिक और ज्योतिषीय दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण माना जाता है।
साल 2025 में चंद्र ग्रहण के बाद अब लोगों की निगाहें सूर्यग्रहण पर टिक गई हैं। यह साल का पहला सूर्यग्रहण होगा। इसे लेकर धार्मिक और ज्योतिषीय मान्यताओं के अनुसार विशेष सतर्कता बरती जानी चाहिए।