श्री राम जी का मंदिर बनाएंगे,
भगवा ध्वज लहरायेंगे,
मंदिर जब ये बन जायेगा,
कण कण सारा हर्षायेगा,
बच्चा बच्चा ये गायेगा,
सारी दुनिया में राम जी छाएंगे,
भगवा ध्वज लहरायेंगे,
श्री राम जी का मंदिर बनायेंगे,
भगवा ध्वज लहरायेंगे ॥
विश्वगुरु कहलाये ऐसा,
देश हमारा हो,
भारत की शक्ति का डंका,
दुनिया भर में हो,
गीता रामायण से सारी,
दुनिया गुंजित हो,
संस्कृति भारत की हर एक,
देश का सेहरा हो,
कलयुग में त्रेता लाएंगे,
भगवा ध्वज लहरायेंगे,
श्री राम जी का मंदिर बनायेंगे,
भगवा ध्वज लहरायेंगे ॥
सारे अवतारों की भूमि,
भारत माता है,
वीर महापुरुषों की जननी,
भाग्य विधाता है,
संघर्षों से गुज़री हुई ये,
राम कहानी है,
बरसों से तम्बू में बैठे,
दी कुर्बानी है,
‘जीवन’ योगी मोदी को,
फिर से लाएंगे,
भगवा ध्वज लहरायेंगे,
श्री राम जी का मंदिर बनायेंगे,
भगवा ध्वज लहरायेंगे ॥
श्री राम जी का मंदिर बनाएंगे,
भगवा ध्वज लहरायेंगे,
मंदिर जब ये बन जायेगा,
कण कण सारा हर्षायेगा,
बच्चा बच्चा ये गायेगा,
सारी दुनिया में राम जी छाएंगे,
भगवा ध्वज लहरायेंगे,
श्री राम जी का मंदिर बनायेंगे,
भगवा ध्वज लहरायेंगे ॥
महाकुंभ मेला सनातन धर्म में एक अत्यधिक महत्वपूर्ण पर्व है, जो हर 12 साल में एक बार आयोजित होता है। यह मेला चार प्रमुख स्थानों—प्रयागराज, हरिद्वार, उज्जैन और नासिक में आयोजित किया जाता है।
हर साल माघ माह के दौरान कल्पवास के लिए प्रयागराज में भक्तों का जमावड़ा होता है, लेकिन इस बार का महाकुंभ माघ माह में होने के कारण इस संख्या में दोगुना इजाफा होने की उम्मीद है।
कुंभ की शुरुआत में अब 15 दिन से कम का समय रह गया है। 13 जनवरी से प्रयागराज में महाकुंभ की शुरुआत होने वाली है। इस दौरान देश-विदेश से लाखों श्रद्धालु और साधु-संत पवित्र नदियों में डुबकी लगाकर अपनी आस्था प्रकट करेंगे।
हिंदू धर्म में यमदेवता को मृत्यु के देवता के रूप में पूजा जाता है। यमराज या यमदेवता को संसार में मृत्यु के बाद आत्माओं का न्याय करने वाला देवता माना जाता है। वे पाताल लोक (नरक) के शासक हैं और मृत आत्माओं का मार्गदर्शन करते हैं।