शिवजी से दिल लगा ले,
शिव जी है भोले भाले,
कर देंगे पार बेड़ा,
किस्मत के खोले ताले,
किस्मत के खोले ताले,
मेरे बाबा डमरू वाले,
शिवजी से दिल लगा लें हो ॥
इस जग में इस जहां में,
शिव जी की बरसे माया,
इस जग में इस जहां में,
शिव जी की बरसे माया,
दुख ना उसे सताए,
दुख ना उसे सताए,
महिमा जो तेरी गाले,
मेरे बाबा डमरू वाले,
किस्मत के खोले ताले,
किस्मत के खोले ताले,
मेरे बाबा डमरू वाले,
शिवजी से दिल लगा लें हो ॥
जीवन सफल बना ले,
भज ले तू नाम शिव का,
जीवन सफल बना ले,
भज ले तू नाम शिव का,
बस चार दिन है जीना,
बस चार दिन है जीना,
मन में तू शिव रमा ले,
किस्मत के खोले ताले,
मेरे बाबा डमरू वाले,
किस्मत के खोले ताले,
किस्मत के खोले ताले,
मेरे बाबा डमरू वाले,
शिवजी से दिल लगा लें हो ॥
कण कण में भोले बाबा,
दिखता है नाम तेरा,
कण कण में भोले बाबा,
दिखता है नाम तेरा,
भोले के दर पर आजा,
भोले के दर पर आजा,
शिवजी को तू मना ले,
किस्मत के खोले ताले,
मेरे बाबा डमरू वाले,
किस्मत के खोले ताले,
किस्मत के खोले ताले,
मेरे बाबा डमरू वाले,
शिवजी से दिल लगा लें हो ॥
शिवजी से दिल लगा ले,
शिव जी है भोले भाले,
कर देंगे पार बेड़ा,
किस्मत के खोले ताले,
किस्मत के खोले ताले,
मेरे बाबा डमरू वाले,
शिवजी से दिल लगा लें हो ॥
सनातन धर्म में गोवर्धन पूजा विशेष है। इसे अन्नकूट के नाम से भी जाना जाता है। यह पर्व दीपावली के दूसरे दिन मनाया जाता है और इस साल गोवर्धन पूजा 2 नवंबर को होगी। इस दिन भगवान श्रीकृष्ण की पूजा का विधान है।
गोवर्धन पूजा के दिन भक्त गोवर्धन महाराज की नाभि पर दीपक जलाते हैं। इस प्रथा के पीछे भगवान कृष्ण से जुड़ी एक रोचक कथा है।
भाई दूज का पर्व पांच दिवसीय दीपोत्सव का अंतिम दिन है। जिसे कार्तिक माह के शुक्ल पक्ष की द्वितीया तिथि को मनाया जाता है। इस दिन बहन अपने भाई का तिलक करती हैं, यमराज की पूजा करती हैं और उनकी दीर्घायु की कामना करती हैं।
माना जाता है कि भगवान चित्रगुप्त का जन्म ब्रह्मा जी के चित्त से हुआ है। इन्हें देवताओं के मुख्य लेखपाल और यम के सहायक के रूप में पूजा जाता है।