मुझे चरणो से लगा ले,
मेरे श्याम मुरली वाले,
मेरी सांस सांस में तेरा,
मेरी सांस सांस में तेरा,
है नाम मुरली वाले,
मुझे चरणों से लगा ले,
मेरे श्याम मुरली वाले ॥
भक्तो की तुमने कान्हा,
विपदा है टारी,
मेरी भी बांह थामो,
आके बिहारी,
बिगड़े बनाये तुमने,
हर काम मुरली वाले,
मुझे चरणों से लगा ले,
मेरे श्याम मुरली वाले ॥
पतझड़ है मेरा जीवन,
बन के बहार आजा,
सुन ले पुकार कान्हा,
बस एक बार आजा,
बैचैन मन के तुम ही,
आराम मुरली वाले,
मुझे चरणों से लगा ले,
मेरे श्याम मुरली वाले ॥
तुम हो दया के सागर,
जनमों की मैं हूँ प्यासी,
दे दो जगह मुझे भी,
चरणों में बस ज़रा सी,
सुबह तुम्ही हो तुम ही,
मेरी शाम मुरली वाले,
मुझे चरणों से लगा ले,
मेरे श्याम मुरली वाले ॥
मुझे चरणो से लगा ले,
मेरे श्याम मुरली वाले,
मेरी स्वास स्वास में तेरा,
है नाम मुरली वाले ॥
भारत को उत्सवों का देश कहा जाता है। यहां हर मौसम में खास त्योहार मनाए जाते हैं। सर्दी का मौसम खत्म हो गया है और बसंत के शुरू होते ही होली का त्योहार दस्तक दे रहा है।
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पंचांग के अनुसार फाल्गुना माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि है। वहीं आज रविवार का दिन है। इस तिथि पर धृति और शूल योग का संयोग बन रहा है।