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मैं हर दिन हर पल हर लम्हा, माँ ज्वाला के गुण गाता हूँ (Main Har Din Har Pal Har Lamha Maa Jwala Ke Gun Gata Hu)

मैं हर दिन हर पल हर लम्हा, माँ ज्वाला के गुण गाता हूँ (Main Har Din Har Pal Har Lamha Maa Jwala Ke Gun Gata Hu)

मैं हर दिन हर पल हर लम्हा,

माँ ज्वाला के गुण गाता हूँ,

आ गई माँ सिरसा में रहने,

सबको यूँ बतलाता हूँ ॥


भक्तों ने जा भवन तुम्हारे,

तुमको शीश नवाया माँ,

हाथ जोड़कर करी बिनती,

संग में चलो महामाया,

मैं बैठ सामने ज्योत तेरी के,

मीठे भजन सुनाता हूँ,

आ गई माँ सिरसा में रहने,

सबको यूँ बतलाता हूँ ॥


सुंदर सी चौकी पर माँ,

मखमल गद्दी लगवाउँ मैं,

रूप सिंगारन पुष्प सुगंधित,

ताजी कलियां लाऊं मैं,

मैं खुद दर्शन कर रोज सवेरे,

सबको दर्श कराता हूँ,

आ गई माँ सिरसा में रहने,

सबको यूँ बतलाता हूँ ॥


‘माँ भगवती सेवा दल’,

ये करे तुम्हारी सेवा माँ,

भोग लगाने लाते मैया,

हलवा पुरी मेवा माँ,

माँ सिरसा मे रहे वास तुम्हारा,

यही मैं अर्ज लगाता हूँ,

आ गई माँ सिरसा में रहने,

सबको यूँ बतलाता हूँ ॥


मैं हर दिन हर पल हर लम्हा,

माँ ज्वाला के गुण गाता हूँ,

आ गई माँ सिरसा में रहने,

सबको यूँ बतलाता हूँ ॥

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मां दुर्गा के 108 नाम जाप की विधि

नवरात्रि पर्व का आगमन होते ही चारों ओर भक्ति और सकारात्मक ऊर्जा का वातावरण बन जाता है। विशेषकर चैत्र नवरात्रि में मां दुर्गा की पूजा से न केवल मन को शांति मिलती है, बल्कि जीवन में सकारात्मकता और शक्ति का संचार भी होता है।

नवरात्रि पर जानिए देवी दुर्गा और महिषासुर के युद्ध की कथा

नवरात्रि के दिनों में हमने देखा है कि जहां भी मां दुर्गा की पूजा होती है। वहां माता की मूर्ति के साथ उस परम शक्तिशाली असुर महिषासुर की भी प्रतिमा माता के साथ होती है।

चैत्र नवरात्रि पर कलश स्थापना कब करें

जगत जननी मां दुर्गा की पूजा करने से भक्तों की सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं। साथ ही, जीवन में व्याप्त सभी समस्याओं से मुक्ति मिलती है। नवरात्रि की शुरुआत प्रतिपदा तिथि पर कलश स्थापना से होती है।

चैत्र नवरात्रि पर पढ़ें मां दुर्गा की उत्पत्ति की कथा

चैत्र नवरात्रि की शुरुआत 30 मार्च 2025, रविवार से शुरू होगी। जिसमें मां दुर्गा के नौ अलग-अलग रूपों की पूजा उपासना की जाती है, जो 9 दिनों तक चलेंगे। बता दें कि देवी दुर्गा को शक्ति और पराक्रम का प्रतीक माना जाता है।

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