जो खेल गये प्राणो पे, श्री राम के लिए,
एक बार तो हाथ उठालो,
मेरे हनुमान के लिए ।
एक बार तो हाथ उठालो,
मेरे हनुमान के लिए ।
सागर को लांग के इसने,
सीता का पता लगाया,
प्रभु राम नाम का डंका,
लंका में जाके बजाया ,
माता अंजनी की ऐसी,
संतान के लिए ।
॥ एक बार तो हाथ उठालो...॥
लक्षमण को बचाने की जब,
सारी आशाये टूटी,
ये पवन वेग से जाकर,
लाये संजीवन बूटी,
पर्वत को उठाने वाले,
बलवान के लिए ।
॥ एक बार तो हाथ उठालो...॥
विभीषण जब इनकी भक्ति पर,
जब प्रश्न आज उठाया
तो चीर के सीना अपना,
श्री राम का दरश कराया
इन परम भक्त हनुमान,
माता अंजनी के संतान के लिए ।
॥ एक बार तो हाथ उठालो...॥
सालासर में भक्तो की,
ये पूरी करे मुरादे,
मेहंदीपुर ये सोनू.
दुखियो के दुखारे काटे,
दुनिया से निराले इसके,
दोनों धाम के लिए ।
॥ एक बार तो हाथ उठालो...॥
जो खेल गये प्राणो पे,
श्री राम के लिए,
एक बार तो हाथ उठालो,
मेरे हनुमान के लिए ।
एक बार तो हाथ उठालो,
मेरे हनुमान के लिए ।
चैत्र नवरात्रि 30 मार्च 2025 रविवार से शुरू होकर 7 अप्रैल 2025 सोमवार को समाप्त होगी। इस पावन अवसर पर आप देश के विभिन्न प्रसिद्ध दुर्गा मंदिरों के दर्शन कर सकते हैं।
हिंदू धर्म में चैत्र नवरात्रि का बहुत महत्व है। ये विशेष पर्व हर साल चैत्र शुक्ल प्रतिपदा से शुरू होकर नौ दिनों तक चलता है। इस बार 2025 में चैत्र नवरात्रि 30 मार्च से शुरू होकर 7 अप्रैल तक चलेगी। इन नौ दिनों में मां दुर्गा के नौ रूपों की पूजा की जाती है।
चैत्र नवरात्रि शक्ति और विश्वास के साथ पूजा करने का सर्वोत्तम समय माना जाता है, लेकिन इस साल चैत्र नवरात्रि केवल पूजा-पाठ के लिए ही नहीं, बल्कि कुछ राशियों के लिए एक नई शुरुआत का मौका भी है।
इस साल की चैत्र नवरात्रि बहुत ही खास होने वाली है, क्योंकि इस साल शुक्र और बृहस्पति का खास संयोग बन रहा है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, धन और भोग विलास के प्रतीक शुक्र, अपने प्रतिकूल गुरु बृहस्पति के नक्षत्र "पूर्वाभाद्रपद" में प्रवेश करने वाले हैं।