जय महाकाल जय महाकाल,
जय महांकाल जय महांकाल,
जो पाप ताप का हरता है,
जो युग परिवर्तन करता है,
माँ आदिशक्ति को साथ लिए,
जो बदल रहा है सृष्टि चाल,
जय महांकाल जय महांकाल,
जय महांकाल जय महांकाल ॥
जिसने सोतो को जगा दिया,
जागों को जिसने चला दिया,
चलतो को जिसने दौड़ाया,
निष्ठा को दी प्रेरक उछाल,
जय महांकाल जय महांकाल,
जय महांकाल जय महांकाल ॥
छल द्वेष दंभ को दूर करो,
सद्कर्मों का उत्थान करो,
सब भेद विषमता नष्ट करो,
है दुष्ट विनाशक महाज्वाल,
जय महांकाल जय महांकाल,
जय महांकाल जय महांकाल ॥
आओ देवत्व जगाने को,
धरती को स्वर्ग बनाने को,
अपनत्व सभी में विकसा दो,
है सज्जन के मानस मराल,
जय महांकाल जय महांकाल,
जय महांकाल जय महांकाल ॥
सद्भाव और सद्ज्ञान भरो,
सत्कर्मों का उत्थान करो,
प्रज्ञा प्रकाश जग में भरदो,
उज्जवल भविष्य की के मशाल,
जय महांकाल जय महांकाल,
जय महांकाल जय महांकाल ॥
तुम हो अनादि तुम ही अन्नत,
तुमसे प्रेरित यह दीगंदिगंत,
परिवर्तन के आधार तुम्ही,
तुमसे प्रेरित यह जग विशाल,
जय महांकाल जय महांकाल,
जय महांकाल जय महांकाल ॥
जय महाकाल जय महांकाल,
जय महांकाल जय महांकाल,
जो पाप ताप का हरता है,
जो युग परिवर्तन करता है,
माँ आदिशक्ति को साथ लिए,
जो बदल रहा है सृष्टि चाल,
जय महांकाल जय महांकाल,
जय महांकाल जय महांकाल ॥
देवता भी स्वार्थी थे,
दौड़े अमृत के लिए,
प्रथम वेद ब्रह्मा को दे दिया,
बना वेद का अधीकारी ।
दीपावली, जिसे दीपोत्सव या महालक्ष्मी पूजन का पर्व भी कहा जाता है, भारतीय संस्कृति का सबसे पावन त्योहारों में से एक है। यह पर्व विशेषकर धन और समृद्धि की देवी लक्ष्मी जी को प्रसन्न करने के लिए ही मनाया जाता है।
शुक्रवार का दिन देवी पार्वती सहित सभी स्त्री देवी-स्वरूपों की पूजा के लिए समर्पित है। यह दिन माता पार्वती को प्रसन्न करने और उनके आशीर्वाद से परिवार में सुख, समृद्धि और सौभाग्य लाने का उत्तम समय है।