अरे माखन की चोरी छोड़,
साँवरे मैं समझाऊँ तोय,
मैं समझाऊँ तोय,
कन्हैया मैं समझाऊँ तोय,
अरें माखन की चोरी छोड़,
साँवरे मैं समझाऊँ तोय ॥
नव लख धेनु तेरे बाबा के,
नव लख धेनु तेरे बाबा के,
नित नयो माखन होय,
अरें माखन की चोरी छोड़,
साँवरे मैं समझाऊँ तोय ॥
कमी नाही तेरे काहू की,
कमी नाही तेरे काहू की,
हँसी हमारी होय,
अरें माखन की चोरी छोड़,
साँवरे मैं समझाऊँ तोय ॥
बरसाने ते तेरी होय सगाई,
बरसाने ते तेरी होय सगाई,
नित प्रति चर्चा होय,
अरें माखन की चोरी छोड़,
साँवरे मैं समझाऊँ तोय ॥
बड़े घरन की राजदुलारी,
बड़े घरन की राजदुलारी,
नाम धरेंगी तोय,
अरें माखन की चोरी छोड़,
साँवरे मैं समझाऊँ तोय ॥
अरे माखन की चोरी छोड़,
साँवरे मैं समझाऊँ तोय,
मैं समझाऊँ तोय,
कन्हैया मैं समझाऊँ तोय,
अरें माखन की चोरी छोड़,
साँवरे मैं समझाऊँ तोय ॥
पावागढ़ से बनासकांठा तक ये हैं गुजरात के प्रमुख देवी स्थल, नवरात्रि में कीजिए दर्शन
गुजरात में नवरात्रि का त्योहार एक ऐसा समय होता है जब पूरा राज्य हर्षोल्लास और भक्ति रस में डूबा होता है।
नवरात्रि भारतीय संस्कृति का एक प्रमुख त्योहार है जो मां दुर्गा की आराधना के लिए जाना जाता है। यह 09 दिवसीय उत्सव ना केवल धार्मिक श्रद्धा का प्रतीक है बल्कि इस दौरान पूरे भारत में देवी दुर्गा के सम्मान में विशेष पूजा-अर्चना, व्रत और गरबा जैसे पारंपरिक कार्यक्रम का आयोजन भी किया जाता है।
छत्तीसगढ़ भारत का एक ऐसा राज्य है जो प्राकृतिक सुंदरता के लिए जाना जाता है। पौराणिक महत्व रखने वाला ये राज्य मंदिरों और तीर्थ स्थलों से घिरा हुआ है। यहां के कई मंदिर ना केवल धार्मिक बल्कि ऐतिहासिक दृष्टि से भी काफी प्रसिद्ध हैं।