नवंबर से शुरू होंगे शुभ कार्य, जानिए विवाह से लेकर गृह प्रवेश के लिए मुहूर्त
देवशयनी एकादशी से लेकर देव उठनी एकादशी तक हिंदू धर्म में शुभ कार्य बंद रहते हैं। देव उठते ही सभी तरह के मंगल कार्य आरंभ हो जातें हैं। इन कार्यों के करने में मुहुर्त का बड़ा महत्व है। मान्यता है कि शुभ मुहूर्त देखकर किया गया कार्य सदैव शुभ ही होता है और उसमें कभी भविष्य में भी कोई बाधा नहीं आती। ऐसे में सही मुहुर्त पर कार्यारंभ बहुत आवश्यक है।
ऐसे में आइए जानते हैं कि विवाह , प्रॉपर्टी, वाहन आदि खरीदने से लेकर सभी शुभ मुहूर्त के बारे में भक्त वत्सल पर।
2024 में शुभ मुहूर्त
सबसे पहले बात करते हैं विवाह मुहूर्तों की
विवाह जैसे मांगलिक कार्य के लिए देवउठनी एकादशी का सबसे ज्यादा इंतजार किया जाता है। विवाह मुहूर्त भी देव उठनी एकादशी के साथ ही शुरू होते हैं। 12, 13, 16, 17, 18, 22, 23, 25, 26, 28 और 29 नवंबर विवाह के सबसे शुभ मुहूर्त है।
सर्वार्थ सिद्धि योग
ज्योतिष शास्त्र में सर्वार्थ सिद्धि योग को बहुत शुभ माना जाता है। देव उठनी एकादशी के तुरंत बाद नवंबर में 04, 08, 09, 12, 14, 16, 18, 21 और 24 नवंबर के दिन सर्वार्थ सिद्धि योग बन रहा है, जो शुभ कार्य को करने के लिए श्रेष्ठ है।
अमृत सिद्धि योग
ज्योतिष शास्त्र में अमृत सिद्धि योग भी बहुत शुभ योग बताया जाता है। इस योग के चलते 16, 18 और 21 नवंबर को वाहन और प्रॉपर्टी खरीदने के लिए बहुत शुभ मुहूर्त बताया गया है।
- वाहन की खरीदारी के लिए - 01, 13, 18, 20, 21, 25 और 28 नवंबर का दिन शुभ रहेगा। वही प्रॉपर्टी घर या दुकान खरीद के लिए - 02, 06, 07, 11, 19, 20 और 30 नवंबर श्रेष्ठतम है।
- गृह प्रवेश के मुहूर्त - गृह प्रवेश के लिए 08, 13, 16, 18 और 25 नवंबर के दिन शुभ मुहूर्त बन रहे हैं।
- नामकरण के लिए मुहूर्त - बच्चों के नामकरण के लिए 01, 03, 07, 08, 13, 17, 18, 20, 21, 25, 27 और 28 नवंबर में से एक दिन चुन सकते हैं।
- अन्नप्राशन मुहूर्त - 04, 08, 11, 13, 14, 20, 25, 28 और 29 नवंबर का दिन अन्नप्राशन हेतु सर्वश्रेष्ठ मुहूर्त वाले हैं।
- कर्णवेध या कान छेदने के मुहूर्त - 03, 04, 08, 09, 13, 14, 20, 21 और 27 नवंबर के दिन कर्णवेध या कान छेदने के शुभ मुहूर्त है।
- उपनयन या जनेऊ संस्कार के मुहूर्त - जनेऊ संस्कार के लिए 03, 04, 06, 11, 13, 17 और 20 नवंबर के दिन सबसे अच्छे मुहूर्त है।
- विद्यारम्भ के लिए मुहूर्त - विद्यारम्भ संस्कार के लिए नवंबर में 17, 20, 21, 24 और 27 तारीख का दिन शुभ है।
- मुंडन के मुहूर्त - इस माह मुंडन के लिए कोई मुहूर्त नहीं है।
घर का मंदिर एक पवित्र स्थान है जहां हम अपने आराध्य देवों की पूजा करते हैं। यह न केवल हमारी भक्ति के केंद्र है, बल्कि आस्था का मार्ग भी दिखाता है।
हिंदू धर्म में भगवान शिव को दया और करुणा का सागर माना जाता है। महादेव का स्वभाव बेहद भोला है, इसलिए उन्हें भोलेनाथ भी कहा जाता है। जो भी भक्त सच्चे मन से भगवान शिव की आराधना करता है, उसका कल्याण निश्चित होता है।
अपना घर बनाते समय दिशा का चुनाव बहुत महत्वपूर्ण है। वास्तु शास्त्र के अनुसार, दक्षिण दिशा को यमराज से जोड़ा जाता है और दक्षिण मुखी घर अशुभ माना जाता है।
महाकुंभ 2025 की शुरुआत में अब 1 महीने से भी कम समय बचा है। शाही स्नान के लिए तैयारियां पूरी कर ली गई है। प्रयागराज का त्रिवेणी संगम हिंदु धर्म के सबसे बड़े समागम के लिए तैयार है।