रंग पंचमी का पर्व हर साल चैत्र मास के कृष्ण पक्ष की पंचमी तिथि को मनाया जाता है। धार्मिक मान्यता के अनुसार, इस दिन भगवान श्रीकृष्ण और राधा रानी ने होली खेली थी, और देवी-देवता भी होली खेलने के लिए पृथ्वी पर आए थे। इस बार रंग पंचमी 19 मार्च 2025 को मनाई जाएगी। इस दिन कुछ खास उपाय करने से मनोकामनाएं पूरी होती हैं और जीवन में सुख-समृद्धि आती है।
वैदिक पंचांग के अनुसार, चैत्र कृष्ण पक्ष की पंचमी तिथि का प्रारंभ 18 मार्च को रात 10:09 बजे से होगा और यह 20 मार्च को दोपहर 12:36 बजे समाप्त होगी। उदया तिथि के अनुसार, रंग पंचमी का पर्व 19 मार्च को मनाया जाएगा।
एक समय की बात हे नैमिषारण्य तीर्थ में अनेकों ऋषियों ने सूत जी महाराज से पूछा, हे भगवन! हमें प्रदोष व्रतों में उत्तम बुध प्रदोष के विषय में बताइये। तब सूत जी महाराज ने कहा।
अरा रा रा रा भर पिचकारी मारी है फाग मचायो श्याम,
अरा रा रा रा भर पिचकारी मारी है फाग मचायो श्या,
भारत के लिए भगवन का
एक वरदान है गंगा
भारत माता तेरा आँचल,
हरा-भरा धानी-धानी ।