सबसे पहले मनाऊँ गणराज,
गजानंद आ जइयो,
म्हारी विनती सुनो महाराज,
गजानंद आ जइयो ॥
आज ये कैसी शुभ घड़ी आई,
अंगना में मोरे बजत बधाई,
मेरी रख लो सभा में लाज,
गजानंद आ जइयो,
सबसे पहले मनाऊ गणराज,
गजानंद आ जइयो ॥
बड़ा प्रेम से थाने मनाऊं,
मोदक को थाने भोग लगाऊं,
रिद्धि सिद्धि ने लाजो साथ,
गजानंद आ जइयो,
सबसे पहले मनाऊ गणराज,
गजानंद आ जइयो ॥
बल बुद्धि के तुम हो दाता,
जो कोई तुम्हरी शरण में आता,
मैं भी आया शरण में आज,
गजानंद आ जइयो,
सबसे पहले मनाऊ गणराज,
गजानंद आ जइयो ॥
सबसे पहले मनाऊँ गणराज,
गजानंद आ जइयो,
म्हारी विनती सुनो महाराज,
गजानंद आ जइयो ॥
जग में सुन्दर हैं दो नाम,
चाहे कृष्ण कहो या राम ।
जगदीश ज्ञान दाता, सुख मूल शोकहारी
भगवन् ! तुम्हीं सदा हो, निष्पक्ष न्यायकारी ॥
जगत के रंग क्या देखूं,
तेरा दीदार काफी है ।
भई प्रगट कुमारी
भूमि-विदारी