सभी देवो से सुंदर है,
मेरे हनुमान जी का दिल,
सिया रघुवर का मंदिर है,
मेरे हनुमान जी का दिल,
सभी देवो से सुंदर हैं,
मेरे हनुमान जी का दिल ॥
सिया के पास लंका में,
समुन्दर लांघ कर पहुंचा,
ये उड़ने में सिकंदर है,
मेरे हनुमान जी का दिल,
सभी देवो से सुंदर हैं,
मेरे हनुमान जी का दिल ॥
पिला संजीवनी बूटी,
बचाए प्राण लक्ष्मण के,
ये नेकी का समुन्दर है,
मेरे हनुमान जी का दिल,
सभी देवो से सुंदर हैं,
मेरे हनुमान जी का दिल ॥
पूरी पातल में जा के,
असुर अहिरावण हर डाला,
ये शक्ति का धुरंदर है,
मेरे हनुमान जी का दिल,
सभी देवो से सुंदर हैं,
मेरे हनुमान जी का दिल ॥
‘अनाड़ी’ सच कहे ‘सागर’,
ना मानो आप की मर्जी,
ये कलियों से भी सुंदर है,
मेरे हनुमान जी का दिल,
सभी देवो से सुंदर हैं,
मेरे हनुमान जी का दिल ॥
सभी देवो से सुंदर है,
मेरे हनुमान जी का दिल,
सिया रघुवर का मंदिर है,
मेरे हनुमान जी का दिल,
सभी देवो से सुंदर हैं,
मेरे हनुमान जी का दिल ॥
हिंदू धर्म के 16 प्रमुख संस्कार है। इन्हीं में से एक संस्कार है अन्नप्राशन संस्कार है। यह संस्कार बच्चे के जीवन में एक महत्वपूर्ण घटना होती है। दरअसल इस संस्कार के दौरान बच्चे को पहली बार ठोस आहार खिलाया जाता है।
हिंदू धर्म में किसी भी नए कार्य की शुरुआत से पहले पूजा करने की एक प्राचीन परंपरा रही है। विशेष रूप से व्यवसाय या दुकान की शुरुआत के समय पूजा करना अत्यधिक शुभ माना जाता है।
नामकरण संस्कार हिंदू धर्म के 16 संस्कारों में से एक है, जिसमें बच्चे को उसकी पहचान दी जाती है। यह बच्चे के जीवन का पहला अनुष्ठान होता है।
गृह प्रवेश पूजा एक महत्वपूर्ण हिंदू अनुष्ठान है जो नए घर में प्रवेश करने से पहले किया जाता है। आम तौर पर जब व्यक्ति नया घर बनाता है या किसी नए स्थान पर जाता है, तो वहां की नकारात्मक ऊर्जा को दूर करने के लिए गृह प्रवेश पूजा की जाती है।